विधानसभा चुनाव में दिव्यांग मतदाताओं को मिलेंगे स्पेशल पास

Update: 2017-01-20 11:45 GMT
मतदान केंद्रों पर ऐसे मतदाताओं के लिए होंगे विशेष इंतजाम। दिव्यांगों के लिए सुविधाएं देने के लिए अधिकारियों को दिए निर्देश।

लखनऊ। भारत निर्वाचन आयोग की ओर से विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रों में दिव्यांग मतदाताओं के लिए विशेष इंतजाम किये जा रहे हैं। इसके लिए उनका चिन्हांकन किया गया है। दिव्यांग मतदाताओं के चिन्हाकन के बाद प्रदेश में कुल 6.29 लाख मतदाता चिन्हित किए गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा 26,771 दिव्यांग आजमगढ़ में और सबसे कम 629 दिव्यांग मतदाता बलरामपुर में हैं।

इस संबंध में प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी टी. वेंकटेश ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिये गए हैं कि जहां तक संभव हो, दिव्यांग मतदाताओं के सभी मतदेय स्थल भूतल पर ही बनाये जाएं ताकि दिव्यांग मतदाताओं को कोई कठिनाई न हो। इसके अलावा दिव्यांग मतदाताओं को रैम्प/व्हील चेयर आदि की भी व्यवस्था सुनिश्चित कराए जाने के निर्देश दिए।

वेंकटेश ने बताया कि दिव्यांग मतदाताओं को एक विशेष प्रकार के पास जारी किए जाएंगे, जिससे वे मतदेय स्थल पर आसानी से पहुंच सकें। वहीं, दृष्टिबाधित और अशक्त मतदाताओं को मतदान करने के लिए मतदान प्रकोष्ठ तक एक वयस्क साथी ले जाने की अनुमति भी होगी। उन्होंने आगे बताया कि अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि मतदान कर्मिकों को प्रशिक्षण के दौरान यह जानकारी दी जाए कि वे दिव्यांग मतदाताओं कि विशेष आवश्यकताओं के प्रति संवेदनशील बने रहें। उन्होंने निर्देश दिये हैं कि बूथों पर ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि ऐसे मतदाता बिना किसी रूकावट के अपना मत दे सकें। अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि मतदेय स्थल पर दिव्यांग मतदाताओं के प्रवेश में प्राथमिकता दी जाए और मतदेय स्थल के पास ही उनके वाहनों की पार्किंग के लिए एक निश्चित स्थान उपलब्ध कराया जाए।

दिव्यांग मतदाताओं को यह मिलेंगी सुविधाएं

  • दिव्यांग मतदाताओं के सभी मतदेय स्थल भूतल पर ही बनाये जाएंगे।
  • दिव्यांगों के लिए रैम्प और व्हील चेयर की भी रहेगी सुविधा।
  • दृष्टिबाधित और अशक्त मतदाताओं को व्यस्क साथी ले जाने की अनुमति।
  • मतदान स्थल पर दिव्यांग मतदाताओं को बिना रूकावट मतदान करने की मिलेगी सुविधा।
  • मतदेय स्थल पर दिव्यांग मतदाताओं के वाहनों की पार्किंग के लिए भी होगा एक अलग स्थान।

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