नेताजी तब मुझे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़ने को कहते तो मैं छोड़ देता : अखिलेश 

Update: 2017-01-01 12:58 GMT
लखनऊ में एक पोस्टर का दृश्य।

लखनऊ (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी (सपा) के आपात राष्ट्रीय अधिवेशन में पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने के बाद अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव और अमर सिंह पर निशाना साधा। हालांकि इस क्रम में उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया।

पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव की ओर से रविवार को यहां बुलाए गए सपा के आपात राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए अखिलेश ने कहा, "पार्टी के खिलाफ साजिश करने वालों ने न केवल सपा को नुकसान पहुंचाया, बल्कि नेताजी के सामने भी संकट पैदा किया।"

उन्होंने दो टूक कहा कि जो भी पार्टी के खिलाफ साजिश करेगा, वह उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह पार्टी के लिए कोई भी त्याग करने को तैयार हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि नेताजी के साथ उनका रिश्ता कोई खत्म नहीं कर सकता। अखिलेश ने कहा कि अगर नेताजी तब मुझे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़ने के लिए कहते तो मैं छोड़ देता है।

मैं नेताजी का सम्मान जितना पहले करता था, उससे कहीं ज्यादा भविष्य में करूंगा। लेकिन नेताजी का बेटा होने के नाते मेरी जिम्मेदारी बनती है कि उनके और पार्टी के खिलाफ साजिश के खिलाफ मैं खड़ा होऊं।
अखिलेश यादव अध्यक्ष समाजवादी पार्टी

उन्होंने कहा, "सपा के खिलाफ साजिशों से पार्टी का लगातार नुकसान हुआ है। उत्तर प्रदेश की सरकार को किसानों, मजदूरों, अल्पसंख्यक सभी वर्गो का समर्थन प्राप्त है और वे चाहते हैं कि सपा की सरकार फिर बने। लेकिन कुछ लोग ऐसा नहीं चाहते। यदि प्रदेश में दोबारा हमारी सरकार बनती है तो सर्वाधिक प्रसन्नता नेताजी को होगी।"

उन्होंने पार्टी में साजिशों के लिए शिवपाल और अमर सिंह का नाम लिए बगैर उन पर निशाना साधते हुए कहा, "आने वाले तीन-चार महीने बहुत महत्वपूर्ण हैं, न जाने कौन मिलकर क्या फैसला करवा दे, कौन मिलकर क्या टाइप करवा दे।"

उन्होंने विधायकों, नेताओं, कार्यकर्ताओं को धन्यावाद देते हुए कहा कि उनकी वजह से ही पार्टी का मनोबल बना हुआ है।

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