लखनऊ। राजधानी में बीते मंगलवार को नाका थाने के पास हुए एडवोकेट श्रवण कुमार वर्मा की हत्या को लेकर न्याय की मांग कर रहे वकील बुधवार को उग्र हो गये। वकीलों ने कलेक्टरेट से लेकर स्वास्थ्य भवन और परिवर्तन चौक चौराहे तक जमकर आगजनी और तोड़फोड़ की। इस दौरान आम लोगों सहित कई पुलिसकर्मी, स्वास्थ्य भवन के कर्मचारियों व मीडिया वालों को गंभीर चोटें आईं।
रोडवेज बस, बाइक और होर्डिंग भी जलायी
वकीलों की भीड़ बुधवार सुबह से राजधानी के नाका इलाके मेें एडवोकेट श्रवण वर्मा हत्या में न्याय के लिए इकट्ठा होने लगे। इस दौरान वकील नारेबाजी करने लगे और अधिकारियों को बुलाने की मांग करने लगे। काफी देर तक जब कोई नहीं आया तो वकीलों ने उग्र रूप धारण कर लिया। इसके बाद उन्होंने मंडलायुक्त कार्यालय के गेट पर दो रोडवेज बसें रुकवाईं। यात्रियों को बस से उतारा और दोनों बसों में आग लगा दी। गाडियों के पहियों की स्टेपनी चौराहे पर रख उसमें आग लगाकर पूरा ट्रैफिक रोक दिया। वहीं पुलिस पिकेट और होर्डिंगों को भी आग के हवाले कर दिया।
कुछ वकील स्वास्थ्य भवन में घुस गये और वहां पार्किंग में खड़े वाहनों में आग लगाने लगे, जिसे देखकर स्वास्थ्य कर्मियों ने स्वास्थ्य भवन की छत से वकीलों पर ईंट-गुम्मे चलाना शुरु कर दिया। इसी बीच पहुंचे मीडियाकर्मियों से भी जमकर अभद्रता की, कई मीडियाकर्मियों के कैमरे तोड़ दिये। पुलिस वाले भी अपनी जान बचाते नजर आये। वकीलों के बवाल और जाम की सूचना मिलते ही एसपी ट्रैफिक ने फोर्स के साथ कमान संभाली और दमकल की आधा दर्जन गाडियां फोर्स के साथ आग बुझाने पहुंची। इसके बावजूद भी वकीलों का उपद्रव जारी रहा और पुलिस बल उन्हें शांत करने में नाकाफी साबित हुई।