ये घी तो हजम भी नहीं होगा

Update: 2015-12-30 05:30 GMT
गाँव कनेक्शन

बाराबंकी। अगर आप बाहर से खुला देसी घी मंगवाकर अपनी और अपने परिवार की सेहत बनाने के बारे में सोच रहे हो तो आप गलत सोच रहे हैं। प्रदेश के बाराबंकी जि़ले में नकली घी बनाने वाले गिरोह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये नकली घी जानवरों की चर्बी और जहरीला केमिकल मिलाकर बनाया जा रहा था।

केमिकल और जानवरों की चर्बी से तैयार होने वाला ये नकली देसी घी बनाने का मामला है बाराबंकी के थाना जहांगीराबाद के बहादुरपुर नई बस्ती का है। सूचना पर पुलिस ने छापा मारकर गाँव के सुरेश तिवारी सहित टेरा सूरतगंज निवासी महेशपाल व संजय यादव सहित कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने बताया कि असली देसी घी तीन सौ अस्सी रुपए प्रति किलो बिकता है और ये केमिकल उन्हें मात्र 80 रुपए में मिल जाता था जिसको मिलकर देसी घी तैयार करके गाँव-गाँव फेरी लगाकर बेचते थे। पुलिस अधीक्षक बाराबंकी अब्दुल हमीद ने खुलासा करते हुए प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि ये लोग यह देसी घी जानवरों की चर्बी और केमिकल मिलाकर तैयार करते थे और गाँव-गाँव जाकर लोगों को दो सौ रुपए से लेकर ढाई सौ रुपए तक बेच देते हैं। पुलिस ने फिलहाल इस नकली घी का सैंपल लैब में भेज दिया है और आरोपियों को जेल दिया है। पुलिस का कहना है कि इस पूरे गिरोह में अभी जांच और करनी है कि और कितने लोग इस गोरखधंधे में संलिप्त हैं। 

रिपोर्टिंग- सतीश कश्यप 

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