नई दिल्ली। पिछले वित्तीय वर्ष में उत्तर प्रदेश से 2,000 से ज्यादा बंधुआ मजदूरों को छुड़ाया गया। यह बात केंद्रीय श्रम मंत्री बंगारु दत्तात्रेय ने लोकसभा में पेश किए गए अपने लिखित जवाब में कही।
उन्होंने सदन को बताया कि वर्ष 2015-16 में उत्तर प्रदेश से 2,216 बंधुआ मजदूरों को छुड़ाया गया। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि इस साल अभी तक प्रदेश में कोई भी बंधुआ मजदूर नहीं बचाया गया है। इसी तरह वित्तीय वर्ष 2013-14 में भी यूपी से 1,800 बंधुआ मजदूरों को बचाया गया था।
केंद्रीय मंत्री ने राज्यों से छुड़ाए गए बंधुआ मजदूरों की स्थिति बताते हुए यह भी कहा कि वर्ष 2014-15 में छत्तीसगढ़ से 853 बंधुआ मजदूरों को छुड़ाया गया था। वर्ष 2013-14 राजस्थान से 150 और ओडिशा से 28 मजदूरों को बचाया गया।
देश में बंधुआ मजदूरी की प्रथा, इसके खिलाफ कानून बनाकर 1975 में ही समाप्त कर दी गई थी।
मंत्री ने सदन को यह भी बताया कि बंधुआ मजदूरों तक पहुंचने और उन्हें छुड़ाकर दोबारा जीवन शुरू करने में मदद करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा वित्तपोषित योजना लागू है।