पढ़ाई के समय 45 मिनट पर एक ब्रेक जरूरी

परीक्षा के समय बच्चों में अक्सर अच्छे अंक लाने का तनाव रहता है, ये तनाव अगर ज्यादा हो जाए तो इसे 'एग्जामिनेशन ब्लूस' कहते हैं।

Update: 2018-09-03 09:45 GMT

शेफाली त्रिपाठी, गाँव कनेक्शन

लखनऊ। "अक्सर बच्चे परीक्षा के समय में दिन भर पढ़ते रहते हैं, जो कि गलत है। परीक्षा के समय में शारीरिक गतिविधियां भी करते रहना चाहिए, जिससे कि उनमें एकाग्रता बनी रहे। इसके साथ ही 45 मिनट की पढ़ाई के बाद पांच मिनट का ब्रेक लेना बहुत जरूरी होता है। मानसिक तनाव से बचने के लिए बच्चों को एक नियम के तहत पढ़ाई करनी चाहिए, जिससे कि परीक्षा आने पर उन पर पढ़ाई का बोझ न हो।" यह कहना है मनोवैज्ञानिक डॉ. नेहा आनंद का।

डॉ. नेहा आनंद, मनोचिकित्सक

परीक्षा आते ही हमारे आस-पास एक अलग ही माहौल बन जाता है। सभी बस इसी प्रयास में रहते हैं कि किस तरह से एग्जाम में बेहतर से बेहतर अंक ला सकें। इसके कारण कई बार बच्चे मानसिक तनाव का भी शिकार हो जाते हैं। बच्चे किस तरह से खुद को इस तनाव से बचाएं और एग्जाम में अच्छे अंकों से भी पास हों, इस बारे में हमने लखनऊ की मनोवैज्ञानिक डॉ. नेहा आनंद  से खास बातचीत की।

"परीक्षा के समय बच्चों में अक्सर अच्छे अंक लाने का तनाव रहता है, ये तनाव अगर ज्यादा हो जाए तो इसे 'एग्जामिनेशन ब्लूस' कहते हैं। यह अक्सर बच्चो में अच्छे अंकों के लिए बनाए गए माता-पिता का तनाव, समाज का तनाव, या खुद बेहतर न कर पाने के डर की वजह से होता है, "डॉ. नेहा ने बताया।

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डॉ. नेहा आगे बताती हैं, "कई बार माता-पिता के द्वारा बच्चों को किसी और बच्चे से तुलना के कारण भी बच्चों में ये प्रेशर हो जाता है, उन्हें हर वक़्त खुद को बेहतर प्रदर्शित करने का डर बना रहता है। उन्हें वर्तमान स्थिति से ज्यादा भविष्य में आने वाले रिजल्ट की टेंशन होने लगाती है। स्कूल में अक्सर टीचर के द्वारा एक बच्चे को दूसरे जैसा बनाने के लिए कहने पर भी बच्चों में तनाव बना रहता है।"

डॉ. नेहा ने बताया, "एग्जाम की टेंशन ज्यादा लेने पर बच्चों में कई बार चक्कर आना, भूख न लगना, उल्टी आना इन सब बातों की शिकायत रहती हैं।"

दिनचर्या को ठीक रखना सबसे ज्यादा जरूरी

किस तरीके से बच्चें परीक्षा के तनाव से दूर रहकर बेहतर परिणाम ला सकते हैं, इस सवाल पर डॉ. नेहा ने कहा, "बच्चों को एग्जाम के समय में अपनी दिनचर्या को ठीक रखना सबसे ज्यादा आवश्यक होता है। उन्हें पढ़ाई के साथ साथ अपने खान पान पर भी ध्यान रखना होता है। एग्जाम समय में मस्तिष्क में डिहाइड्रेशन होने के खतरा रहता है, इसलिए इस समय ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी पीते रहना चाहिए। इसके साथ ही कम से कम सात घंटे की नींद बहुत जरुरी है। खाने में फल और सब्जियों का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करना चाहिए।" 

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