23 साल की इस लड़की ने शुरू किया एक अनोखा बिजनेस, बुकलवर्स को होगा इससे फायदा
Shrinkhala Pandey 25 Nov 2017 5:44 PM GMT
22-23 साल की उम्र में युवा अपने करियर के बारे में सोचना शुरू करते हैं कि वो क्या करें लेकिन इलाहाबाद की रहने वाली 23 साल की रितिका श्रीवास्तव ने कम उम्र में ही एक क्रिएटिव बिजनेस शुरू करके सबको ये साबित कर दिया कि उम्र प्रतिभा की मोहताज नहीं होती।
रितिका ने सेंकेड हैंड किताबें बेचने के लिए एक वेबसाइट http://www.bookthela.com की शुरूआत की जहां पुरानी किताबें सस्ते दामों पर आसानी से मिल जाती है। यह साइट किताबों को पसंद करने वालों के लिए काफी फायदे वाली है।
रीतिका बताती हैं, मुझे बचपन से ही पढ़ने का शौक था, “मैं घंटों किताबें पढ़ती थीं। हम जब हॉस्टल में थे तो हमारे साथ यही दिक्कतें आती थी कि टीवी होती नहीं थी, खाली समय में हम किताबें पढ़ते थे लेकिन किताबें भी बहुत मंहगी होती थीं जो सभी छात्रों की पहुंच से दूर थी।” रीतिका के पास खुद की एक लाइब्रेरी है जिसमें 1000 से ज्यादा किताबें हैं।
पापा ने की मदद
मैं ग्रेजुएशन लास्ट सेमेस्टर में थी और इंटर्नशिप करने के लिए कंपनी ढूंढ रही थी। तभी मेरे पिताजी जो खुद एक लेखक हैं उन्होंने मुझे सेकेंड हैंड बुक्स ऑनलाइन बेचने का आईडिया बताया जो कि मुझे बहुत पसंद आया। रीतिका आगे कहती हैं, मेरा शुरूआत से मन था कि मैं खुद का कोई काम शुरू करुं। इसपर मेरे पिता ने मुझे सलाह दी कि मैं अपने शौक को करियर में बदल सकती हूं और 2017 में मैंने नींव रखी बुकठेला डॉट कॉम की।
दोस्तों का भी मिला साथ
मेरे परिवार के साथ मेरे दोस्तों ने भी मेरा साथ दिया। मैंने जब अपना ये आइडिया बताया तो लोगों ने काफी सराहा और हर संभव मदद करने को भी ये कहा। इससे मेरा आत्मविश्वास और बढ़ गया।
नॉवेल से लेकर स्कूली किताबें भी उपलब्ध
इस वेबसाइट पर फ्रिक्शन, नॉनफ्रिक्शन किताबें ज्यादा हैं। इसके साथ ही कुछ एकडेमिक किताबें भी हैं, जो इस प्लेटफार्म पर आपको अपने पसंद की किताबें सस्ते दामों में तो मिल ही सकती हैं साथ ही जो किताबें आप पढ़ना चाहते हैं, उसे विशलिस्ट में भी डाल सकते हैं।
ये भी पढ़ें- किताबें मांगने,गिरने,उठाने के बहाने रिश्ते बनते थे उनका क्या होगा?
सक्सेस मंत्र
रीतिका ने हमें बताया कि मेरे हिसाब से एक सफल उद्यमी बनने के लिए हमारे अंदर काम के प्रति दृढ़ संकल्प और धीरज होना चाहिए। अपने काम या बिजनेस के लिए जुनून होना जरूरी है। इसके साथ ही आपके पास लोगों का समर्थन भी होना चाहिए जो आपके आइडिया को सराहे इससे आपका मनोबल बढ़ता है। आजकल क्रिएटिव लोगों की जरूरत है आप जितना नया सोचगें उतना आगे बढ़ेंगें।
ये भी पढ़ें- ये किताबें आईं पाठकों को सबसे ज़्यादा पसंद, बेस्ट सेलर की सूची जारी
ये भी पढ़ें- नेशनल बुक ट्रस्ट जल्द ही गाँवों में पहुंचाएगा किताबें, करेगा पंचायत पुस्तक मेले की शुरुआत
ये भी पढ़ें-किताबें कुछ कहना चाहती हैं - सफ़दर हाशमी
More Stories