बरसात में करंट के खतरों को टालने के लिए बिजली विभाग ने शुरू की कवायद
Khadim Abbas Rizvi | Jun 11, 2017, 20:53 IST
स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क
जौनपुर। बरसात के दिनों में अक्सर बिजली के खंबों आदि पर करंट फैलने की घटनाएं सामने आती रहती है। ऐसी परिस्थितियों से निजात पाने के लिए बिजली विभाग ने पहले से ही ऐहतियात बरतने शुरू कर दिए हैं। इसके तहत जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में एचटी हाईटेंशन तार बदलने का काम शुरू किया गया है। शुरुआत मछलीशहर से जंघई जाने वाले रूट पर हो गई है। इसके लिए दस जून से आगामी 19 जून तक तेजी के साथ कार्य किया जा रहा है। ताकि जर्जर तार बदला जा सके और किसानों की समस्या खत्म हो जाए।
गौरतलब है कि ग्रामीण इलाकों में जर्जर तार के चलते गर्मी के दिनों में फसल जल जाने की खबर अक्सर आती रहती है। सबसे ज्यादा गेहूं की फसल नष्ट हो जाती है। दरअसल, जिले में ज्यादातर एचटी तार जर्जर हो चुके हैं। इसके चलते तार सपार्किंग होने की वजह से आग लगने का सबसे ज्यादा मामला सामने आता है।
आरके दुबे, जेई बिजली विभाग
इसको देखते हुए अक्सर किसानों की यह मांग रहती है कि जर्जर तार बदले जाएं, लेकिन प्रशासन उनकी एक भी नहीं सुनता है। जबकि कई बार किसान रोड पर उतरकर प्रदर्शन करने को भी मजबूर होते हैं, लेकिन उन्हें आश्वासन देकर चुप करा दिया जाता है। फसल जल जाने से किसानों की मुश्किलें बहुत अधिक बढ़ जाती हैं।
इसलिए ग्रामीण इलाकों में जर्जर तार बदलने का चल रहा है। इसी कड़ी में मछलीशहर-जंघई जाने वाले रूट पर खेतों से गुजरे 33 हजार वोल्ट के तार बदलने का शुरू हो गया है। इसके लिए बिजली विभाग दस से 19 जून तक कार्य करेगा। सुबह दस बजे से लेकर शाम सात बजे तक तार बदलने का काम होगा। हालांकि इस दौरान ग्रामीण को बिजली नहीं मिलेगी, लेकिन उनकी स्थायी समस्या खत्म हो जाएगी।
पवैया चौकीखुर्द निवासी राम सागर (50वर्ष) का कहना है,“ हर वर्ष किसानों की हजारों बीघा तैयार फसल जलकर राख हो जाती है। इसके चलते किसान कर्ज में डूब जाते हैं। तार बदलने की काफी दिनों से मांग चल रही थी। ” गोधना निवासी संजय दुबे (35 वर्ष) ने बताया,“ इस बार उनके इलाके में आधा दर्जन से अधिक किसानों की काफी फसल जल गई है। तार बदले जाने से किसानों की बहुत बड़ी समस्या का हल निकल जाएगा।”
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जौनपुर। बरसात के दिनों में अक्सर बिजली के खंबों आदि पर करंट फैलने की घटनाएं सामने आती रहती है। ऐसी परिस्थितियों से निजात पाने के लिए बिजली विभाग ने पहले से ही ऐहतियात बरतने शुरू कर दिए हैं। इसके तहत जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में एचटी हाईटेंशन तार बदलने का काम शुरू किया गया है। शुरुआत मछलीशहर से जंघई जाने वाले रूट पर हो गई है। इसके लिए दस जून से आगामी 19 जून तक तेजी के साथ कार्य किया जा रहा है। ताकि जर्जर तार बदला जा सके और किसानों की समस्या खत्म हो जाए।
गौरतलब है कि ग्रामीण इलाकों में जर्जर तार के चलते गर्मी के दिनों में फसल जल जाने की खबर अक्सर आती रहती है। सबसे ज्यादा गेहूं की फसल नष्ट हो जाती है। दरअसल, जिले में ज्यादातर एचटी तार जर्जर हो चुके हैं। इसके चलते तार सपार्किंग होने की वजह से आग लगने का सबसे ज्यादा मामला सामने आता है।
काफी दिनों से किसान जर्जर तार बदलने की मांग कर रहे थे। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर से 19 जून के बीच जर्जर तार बदलने काम किया जाएगा।
इसको देखते हुए अक्सर किसानों की यह मांग रहती है कि जर्जर तार बदले जाएं, लेकिन प्रशासन उनकी एक भी नहीं सुनता है। जबकि कई बार किसान रोड पर उतरकर प्रदर्शन करने को भी मजबूर होते हैं, लेकिन उन्हें आश्वासन देकर चुप करा दिया जाता है। फसल जल जाने से किसानों की मुश्किलें बहुत अधिक बढ़ जाती हैं।
इसलिए ग्रामीण इलाकों में जर्जर तार बदलने का चल रहा है। इसी कड़ी में मछलीशहर-जंघई जाने वाले रूट पर खेतों से गुजरे 33 हजार वोल्ट के तार बदलने का शुरू हो गया है। इसके लिए बिजली विभाग दस से 19 जून तक कार्य करेगा। सुबह दस बजे से लेकर शाम सात बजे तक तार बदलने का काम होगा। हालांकि इस दौरान ग्रामीण को बिजली नहीं मिलेगी, लेकिन उनकी स्थायी समस्या खत्म हो जाएगी।
पवैया चौकीखुर्द निवासी राम सागर (50वर्ष) का कहना है,“ हर वर्ष किसानों की हजारों बीघा तैयार फसल जलकर राख हो जाती है। इसके चलते किसान कर्ज में डूब जाते हैं। तार बदलने की काफी दिनों से मांग चल रही थी। ” गोधना निवासी संजय दुबे (35 वर्ष) ने बताया,“ इस बार उनके इलाके में आधा दर्जन से अधिक किसानों की काफी फसल जल गई है। तार बदले जाने से किसानों की बहुत बड़ी समस्या का हल निकल जाएगा।”
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