पूर्वांचल की बिजली आपूर्ति में कई रोड़े

Jitendra Tiwari | Jun 30, 2017, 13:48 IST

गोरखपुर। पूर्वांचल की बिजली आपूर्ति में कई रोड़े हैं, इसमें जर्जर बिजली के तार, पुराने ट्रांसफार्मर और सब स्टेशन की कम क्षमता के अलावा कर्मचारियों की कमी महत्वपूर्ण समस्या है, जिन्हें दुरुस्त किए बिना जिला मुख्यालय से लेकर तहसील व गाँवों तक भरपूर बिजली आपूर्ति नहीं की जा सकती। हालांकि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की ओर से शासन स्तर पर इसकी भरपाई के लिए लगातार मांग भी की जा रही है।

शहर के महादेव झारखंडी के गोरक्षनगर निवासी अभिमन्यु कुमार सिंह (उम्र 37 वर्ष) ने बताया, “शाम छह बजे से रात 11 बजे तक लो वोल्टेज की समस्या से काफी दिक्कत हो रही है। इलेक्ट्रानिक उपकरण खराब हो रहे हैं। घर में काफी सावधानी बरतनी पड़ रही है।” शासनादेश के अनुसार, जिला मुख्यालय को 24 घंटे, तहसीलों को 20 घंटे और गाँवों को 18 घंटे बिजली आपूर्ति करनी है, लेकिन पूर्वांचल में लंबे समय से बिजली व्यवस्था की हालत बदहाल है, जिसे अचानक दुरुस्त कर देना संभव नहीं है, लेकिन विभाग का प्रयास है कि यह शासनादेश के अनुसार बिजली आपूर्ति की जाए। इसके लिए बिजली आपूर्ति करने में विभाग को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।

बड़हलगंज ब्लॉक के खड़ेसरी निवासी शिवाकांत तिवारी (57 वर्ष) ने बताया, “16 घंटे बिजली मिल पा रही है। इस दौरान लो वोल्टेज से लेकर बिजली के आने-जाने का क्रम जारी रहता है। काफी दिक्कत हो रही है। रात 11 बजे से चार घंटे तक बिजली सुचारू रहती है।” ब्रह्मपुर ब्लॉक के ब्रह्मपुर निवासी कृष्णमोहन दुबे (39 वर्ष) ने बताया, “बिजली आपूर्ति ठीक ढंग से नहीं हो रही है, रात में खाने-पीने के समय बिजली के आने-जाने का क्रम जारी रहता है। लो वोल्टेज की भी समस्या बरकरार है। इसे दुरुस्त करने की जरूरत है।”

लो वोल्टेज व बिजली की आंख मिचौली से बढ़ी परेशानी

शाम छह बजे से रात दस बजे तक लो वोल्टेज की समस्या से शहरी व ग्रामीण अंचल के लोगों को जूझना पड़ रहा है। वहीं कहने को तो गाँवों में 18 घंटे की जगह ईमानदारी से 16 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है, लेकिन शाम होते ही रात दस बजे तक गाँवों में बिजली की लुकाछिपी व आंख मिचौनी से लोग तंग आ चुके हैं। इसके अलावा गाँवों में जर्जर तार खेतों में लटके पड़े हैं, जिन्हें ठीक करने की सख्त दरकार है।

गोरखपुर के पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मुख्य अभियंता एके सिंह ने बताया शासनादेश के अनुसार मंडल के गाँव, तहसील व जिला मुख्यालय को बिजली आपूर्ति करने का प्रयास जारी है। लंबे समय से जर्जर तार, ट्रांसफार्मर में दिक्कत और सब स्टेशनों की कम क्षमता के कारण कुछ दिक्कतें आ रही हैं। अभी गाँवों को 16 घंटे बिजली आपूर्ति हो रही है। स्थानीय समस्या के चलते दो घंटे का अंतर हो रहा है। तहसील व जिला मुख्यालय को भी शासनादेश के अनुसार बिजली दी जा रही है।

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