सीसैट की वजह से विज्ञान विषयों में बढ़ा छात्रों का रुझान
गाँव कनेक्शन | May 31, 2017, 22:13 IST
ओपी सिंह परिहार
स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क
इलाहाबाद। देश की सर्वोच्च प्रशासनिक सेवा आईएएस में सीसैट लागू होने के बाद बीए की जगह बीएससी में प्रवेश लेने के लिए आवेदन अधिक आने लगे हैं। स्नातक की डिग्री लेकर प्रशासनिक सेवा परीक्षा में सफल होने के लिए बीएससी मैथ्स,बायो, होम साइंस के लिए वर्ष वार बढ़कर फार्म भरे जा रहे हैं।
इलाहाबाद विश्व विद्यालय में बीए के लिए मौजूदा सीट के लिए दो दावेदार भी नहीं हैं, जबकि बीएससी के एक सीट पर भी 13 दावेदार फार्म भरकर प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए। यह सिविल सेवा परीक्षा में लागू एप्टीट्यूट टेस्ट(सीसैट)का असर माना जा रहा है। यह लागू होने के बाद परम्परागत विषयों का महत्व पहले से कम आंका जाने लगा है। वजह की इन परीक्षाओं में विज्ञान और तकनीकी की अहमियत अधिक बढ़ गई है।
इस वजह से 12 वी के बाद से प्रतियोगी परीक्षाओं का लक्ष्य लेकर चलने वाले छात्र- छात्राएं विज्ञान और तकनीकि कोर्स की ओर अपना रुख करने लगे हैं। शैक्षिक सत्र 2017-18 में प्रवेश के लिए विश्व विद्यालय में बीएससी के 2233 सीटों के लिए कुल 23204 आवेदन जमा किये गए थे जबकि बीए के 14656 सीटों के लिए मात्र23204 आवेदन ही जमा हुए हैं। इलाहबाद विश्व विद्यालय के स्नातक कक्षाओं में प्रवेश के लिए आयोजित प्रवेश परीक्षा में आवेदित 98प्रतिशत छात्र परीक्षा में शामिल हुए।
इस सम्बन्ध में चीफ प्राक्टर डॉ. राम सेवक दुबे का कहना है,“ इलाहाबाद आने वाला हर छात्र प्रशासनिक सेवाओं को लक्ष्य बनाकर चलता है और भविष्य में उपयोगी साबित होने वाले विषय का ही वह चयन करता है। हालाँकि जानकारों का मानना है कि इसकी वजह बीए की तुलना में बीएससी के प्रति बढ़े रुझान की वजह प्रतियोगी परीक्षाओं में बदलाव एक वजह हो सकती है, लेकिन कोर्स कम्प्लीट होने के बाद रोजगार उपलब्धता भी एक वजह है। बीए की अपेक्षा बीएससी के बाद रोजगार की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।”
जानकारी के लिए बताते चले की इलाहाबाद विश्व विद्यालय में बीएससी के लिए 1047 सीट और कालेजो में बीएससी की कुल1186 सीट उपलब्ध है। जिसमे बीएससी मैथ्स के लिए 22682, बीएससी बायो के लिए 7424 और बीएससी होम साइंस के लिए 370 आवेदन जमा हुए थे।
बीएससी से स्नातक करने वालो की संख्या प्रतिवर्ष बढ़ रही है। मिली जानकारी के मुताबिक 2015 में बीएससी के लिए 30299 आवेदन प्रवेश भवन में जमा हुए तो बीए के लिए 20899 ही विश्व विद्यालय में जमा हुआ। सत्र 2016 में बीएससी के लिए 31241 तो बीए के लिए 20954 फार्म जमा हुए। अन्य सत्र के अपेक्षा बीएससी फार्म में कमी दर्ज की गई लेकिन प्रति सीट दावेदार बीए से अधिक बने रहे। साल 2017 में बीएससी के लिए कुल 30276 आवेदन तो बीए के लिए 23204 आवेदन काउंटर पहुचे।
स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क
इलाहाबाद। देश की सर्वोच्च प्रशासनिक सेवा आईएएस में सीसैट लागू होने के बाद बीए की जगह बीएससी में प्रवेश लेने के लिए आवेदन अधिक आने लगे हैं। स्नातक की डिग्री लेकर प्रशासनिक सेवा परीक्षा में सफल होने के लिए बीएससी मैथ्स,बायो, होम साइंस के लिए वर्ष वार बढ़कर फार्म भरे जा रहे हैं।
इलाहाबाद विश्व विद्यालय में बीए के लिए मौजूदा सीट के लिए दो दावेदार भी नहीं हैं, जबकि बीएससी के एक सीट पर भी 13 दावेदार फार्म भरकर प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए। यह सिविल सेवा परीक्षा में लागू एप्टीट्यूट टेस्ट(सीसैट)का असर माना जा रहा है। यह लागू होने के बाद परम्परागत विषयों का महत्व पहले से कम आंका जाने लगा है। वजह की इन परीक्षाओं में विज्ञान और तकनीकी की अहमियत अधिक बढ़ गई है।
इस वजह से 12 वी के बाद से प्रतियोगी परीक्षाओं का लक्ष्य लेकर चलने वाले छात्र- छात्राएं विज्ञान और तकनीकि कोर्स की ओर अपना रुख करने लगे हैं। शैक्षिक सत्र 2017-18 में प्रवेश के लिए विश्व विद्यालय में बीएससी के 2233 सीटों के लिए कुल 23204 आवेदन जमा किये गए थे जबकि बीए के 14656 सीटों के लिए मात्र23204 आवेदन ही जमा हुए हैं। इलाहबाद विश्व विद्यालय के स्नातक कक्षाओं में प्रवेश के लिए आयोजित प्रवेश परीक्षा में आवेदित 98प्रतिशत छात्र परीक्षा में शामिल हुए।
इस सम्बन्ध में चीफ प्राक्टर डॉ. राम सेवक दुबे का कहना है,“ इलाहाबाद आने वाला हर छात्र प्रशासनिक सेवाओं को लक्ष्य बनाकर चलता है और भविष्य में उपयोगी साबित होने वाले विषय का ही वह चयन करता है। हालाँकि जानकारों का मानना है कि इसकी वजह बीए की तुलना में बीएससी के प्रति बढ़े रुझान की वजह प्रतियोगी परीक्षाओं में बदलाव एक वजह हो सकती है, लेकिन कोर्स कम्प्लीट होने के बाद रोजगार उपलब्धता भी एक वजह है। बीए की अपेक्षा बीएससी के बाद रोजगार की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।”
जानकारी के लिए बताते चले की इलाहाबाद विश्व विद्यालय में बीएससी के लिए 1047 सीट और कालेजो में बीएससी की कुल1186 सीट उपलब्ध है। जिसमे बीएससी मैथ्स के लिए 22682, बीएससी बायो के लिए 7424 और बीएससी होम साइंस के लिए 370 आवेदन जमा हुए थे।