कभी डाकू रही सीमा परिहार, आज निर्दलीय प्रत्याशी के लिए मांग रहीं वोट 

Ishtyak KhanIshtyak Khan   22 Nov 2017 11:58 AM GMT

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कभी डाकू रही सीमा परिहार, आज निर्दलीय प्रत्याशी के लिए मांग रहीं वोट दस्यु सुंदरी सीमा परिहार। 

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

औरैया। कभी सीमा परिहार के नाम से डरने वाले लोगों के लिए आज वो जाना पहचाना नाम हैं। बीहड़ में समय बिताने वाली सीमा बिग-बॉस में सलमान खान और टीवी पर रणभूमि शो में काम कर चुकी हैं। दिबियापुर से नगर पंचायत के निर्दलीय उम्मीदवार के समर्थन के लिए सीमा लोगों से वोट मांग रही हैं।

जिला मुख्यालय से 10 किमी दूर दिबियापुर नगर पंचायत से अध्यक्ष के प्रत्याशी डॉ. रघुनंदन सिंह निर्दलीय मैदान में हैं। स्टार प्रचारक की जगह उन्होंने प्रचार-प्रसार के लिए डकैत सीमा परिहार को चुना है। जो कि उनके साथ गली-गली में वोट मांग रही हैं। वोट मांगते देख सीमा को देखने और उनको सुनने के लिए काफी तादाद में भीड़ जमा हो जाती है। लोग उस खौफ की वजह से सीमा को देखते हैं जो उन्होंने 18 साल बीहड़ में रहकर कायम किया था।

इसके बाद लगातार टीवी पर आ रहे बिगबॉस के कार्यक्रम में लोगों ने टीवी पर देखा। दस्यु सीमा परिहार बताती हैं, “मैंने हथियार शौक से नहीं उठाया था, आपसी रंजिश के चलते लालाराम ने जब अपहरण किया तो हथियार थाम लिया। लालाराम और मेरे पति दस्यु निर्भय में जब गैंगवार हुआ तो सरकार की तरफ से आत्मसमर्पण का निवेदन हुआ मेरे लिए और मैंने कर दिया। मैं डाकू जीवन से ऊब चुकी थी, रियालिटी शो में काम किया, टीवी पर काम किया अब मुझे समाजसेवा करने का शौक है।”

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वो आगे बताती हैं, “मैं राजनीति नहीं करना चाहती मुझे प्रत्येक पार्टी टिकट देने को तैयार थी लेकिन मुझे पसंद नहीं आया। हां, इतना जरूर है दिबियापुर नगर पंचायत से स्वच्छ एवं साफ छवि के निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. अभिनंदन त्रिपाठी के लिए प्रचार कर रही हूं और वोट भी मांग रही हूं।”

80 और 90 के दशक में बागी बनी सीमा

दस्यु सुंदरी सीमा परिहार के खिलाफ 70 हत्या और 200 लोगों के अपहरण के मुकदमे दर्ज हैं। सीमा जब 80 और 90 के दशक में बागी बनी तो डकैत सीमा का इतना खौफ था कि लोग इसके नाम ही थर-थर कांपते थे।

गैंगवार के बाद बीहड़ में मां बनी सीमा

सीमा का डाकू लालाराम ने अपहरण कर 05 साल अपने पास रखा। 13 साल की उम्र में सीमा ने अपने हाथ में हथियार थाम लिया था। लालाराम के साथी जय सिंह ने लालाराम से बदला लेने के लिए सीमा को डाकू निर्भय के सुपुर्द कर दिया। दस्यु निर्भय ने सीमा से एक मंदिर में शादी रचाई और वह गर्भवती हो गई। इसी बीच दस्यु लालाराम और निर्भय में गैंगवार हुई। वर्ष 2000 में पुलिस ने लालाराम को मार गिराया। सीमा ने मां बनने के तीन साल बाद आत्मसमर्पण कर दिया और 2005 में सीमा के पति दस्यु निर्भय सिंह अपने दोस्त के चक्कर में मारे गए।

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