By Gaon Connection
बुंदेलखंड की सूखी ज़मीन से उगी है एक ऐसी कहानी जिसने हजारों महिलाओं की ज़िंदगी बदल दी। 2019 में शुरू हुई बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी आज 63,000 से ज़्यादा महिलाओं को रोज़गार, आत्मनिर्भरता और सम्मान दे रही है और पूरे क्षेत्र की आर्थिक तस्वीर बदल रही है।
बुंदेलखंड की सूखी ज़मीन से उगी है एक ऐसी कहानी जिसने हजारों महिलाओं की ज़िंदगी बदल दी। 2019 में शुरू हुई बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी आज 63,000 से ज़्यादा महिलाओं को रोज़गार, आत्मनिर्भरता और सम्मान दे रही है और पूरे क्षेत्र की आर्थिक तस्वीर बदल रही है।
By Divendra Singh
संवाद केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक एहसास है, जहाँ कोई मंच पर बोलता है, तो वह सिर्फ अपने समुदाय की बात नहीं करता, वह अपने पुरखों की धड़कनें, जंगलों की खुशबू और अपनी मिट्टी की स्मृतियाँ साथ लेकर आता है।
संवाद केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक एहसास है, जहाँ कोई मंच पर बोलता है, तो वह सिर्फ अपने समुदाय की बात नहीं करता, वह अपने पुरखों की धड़कनें, जंगलों की खुशबू और अपनी मिट्टी की स्मृतियाँ साथ लेकर आता है।
By Shrinkhala Pandey
By Neetu Singh
By Sanjay Srivastava
By Lalita Singh
ललिता सिंह बाराबंकी जिले के नगर पंचायत बेलहरा में रहती हैं और घर से करीब 5 किलोमीटर दूर परमेश्वर कॉलेज में अध्यापिका हैं, और करीब 10 वर्षों से अध्यापन कर रही हैं। ललिता सिंह टीचर्स डायरी के जरिए अपना अनुभव साझा कर रही हैं।
ललिता सिंह बाराबंकी जिले के नगर पंचायत बेलहरा में रहती हैं और घर से करीब 5 किलोमीटर दूर परमेश्वर कॉलेज में अध्यापिका हैं, और करीब 10 वर्षों से अध्यापन कर रही हैं। ललिता सिंह टीचर्स डायरी के जरिए अपना अनुभव साझा कर रही हैं।
By Arvind Singh Parmar
By भास्कर त्रिपाठी
By Jigyasa Mishra
ओडिशा, महाराष्टृ, बिहार, उत्तर प्रदेश के अलावा कई और राज्यों से, अपनी कई पीढ़ियां देख चुकी, विषम परिस्थितियों से त्रस्त होकर आश्रम में आई ढेरों महिलाएं आज फिर नए दोस्त बना रही हैं और खुशी के गीत गा कर एक नए जीवन की ओर अग्रसर हैं।
ओडिशा, महाराष्टृ, बिहार, उत्तर प्रदेश के अलावा कई और राज्यों से, अपनी कई पीढ़ियां देख चुकी, विषम परिस्थितियों से त्रस्त होकर आश्रम में आई ढेरों महिलाएं आज फिर नए दोस्त बना रही हैं और खुशी के गीत गा कर एक नए जीवन की ओर अग्रसर हैं।
By गाँव कनेक्शन