उत्पादन बढ़ाने के लिए ज़रूरी है मित्र कीटों को पहचानना, बस ये सलाह मान लीजिए
उत्पादन बढ़ाने के लिए ज़रूरी है मित्र कीटों को पहचानना, बस ये सलाह मान लीजिए

By Gaon Connection

खेती की बढ़ती लागत से परेशान हैं तो आपको सिर्फ कुछ बातों का ध्यान रखना है; इसके बाद आपकी लागत तो कम होगी ही, कमाई भी दोगुनी से तीन गुनी हो सकती है।

खेती की बढ़ती लागत से परेशान हैं तो आपको सिर्फ कुछ बातों का ध्यान रखना है; इसके बाद आपकी लागत तो कम होगी ही, कमाई भी दोगुनी से तीन गुनी हो सकती है।

अप्रैल महीने में इन बातों का ध्यान रखकर आर्थिक नुकसान से बच सकते हैं लीची किसान
अप्रैल महीने में इन बातों का ध्यान रखकर आर्थिक नुकसान से बच सकते हैं लीची किसान

By गाँव कनेक्शन

लीची की खेती करने वाले किसान इस समय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन से नुकसान से बच सकते हैं, इस समय किसानों को रसायनिक कीटनाशकों से बचना चाहिए।

लीची की खेती करने वाले किसान इस समय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन से नुकसान से बच सकते हैं, इस समय किसानों को रसायनिक कीटनाशकों से बचना चाहिए।

उत्पादन बढ़ाने के लिए ज़रूरी है मित्र कीटों को पहचानना, बस ये सलाह मान लीजिए
उत्पादन बढ़ाने के लिए ज़रूरी है मित्र कीटों को पहचानना, बस ये सलाह मान लीजिए

By Gaon Connection

खेती की बढ़ती लागत से परेशान हैं तो आपको सिर्फ कुछ बातों का ध्यान रखना है; इसके बाद आपकी लागत तो कम होगी ही, कमाई भी दोगुनी से तीन गुनी हो सकती है।

खेती की बढ़ती लागत से परेशान हैं तो आपको सिर्फ कुछ बातों का ध्यान रखना है; इसके बाद आपकी लागत तो कम होगी ही, कमाई भी दोगुनी से तीन गुनी हो सकती है।

आईपीएम मेला: किसानों को मुफ्त मिले फ्रूट फ्लाई ट्रैप और सांप से बचने के यंत्र, बताई गईं फसल बचाने की सस्ती और घरेलू विधियां
आईपीएम मेला: किसानों को मुफ्त मिले फ्रूट फ्लाई ट्रैप और सांप से बचने के यंत्र, बताई गईं फसल बचाने की सस्ती और घरेलू विधियां

By गाँव कनेक्शन

सब्जी और फल समेत दूसरी फसलों को कीट-पतंगों से बचाने के लिए किसान हजारों रुपए के रासायनिक कीटनाशक डालते हैं। लेकिन यही काम सिर्फ कुछ रुपए का एक फ्रूट प्लाई ट्रैप और फेरोमोन ट्रैप भी कर सकता है अगर किसान उसका ठीक से इस्तेमाल करें। सीतापुर के केवीके में आयोजित आईपीएम मेले में किसानों को ऐसे ही तमाम यांत्रिक विधियों के फायदे गिनाए गए और मुफ्त में कई उपकरण भी दिए गए।

सब्जी और फल समेत दूसरी फसलों को कीट-पतंगों से बचाने के लिए किसान हजारों रुपए के रासायनिक कीटनाशक डालते हैं। लेकिन यही काम सिर्फ कुछ रुपए का एक फ्रूट प्लाई ट्रैप और फेरोमोन ट्रैप भी कर सकता है अगर किसान उसका ठीक से इस्तेमाल करें। सीतापुर के केवीके में आयोजित आईपीएम मेले में किसानों को ऐसे ही तमाम यांत्रिक विधियों के फायदे गिनाए गए और मुफ्त में कई उपकरण भी दिए गए।

कीटनाशकों की जरुरत नहीं : आईपीएम के जरिए कम खर्च में कीड़ों और रोगों से फसल बचाइए
कीटनाशकों की जरुरत नहीं : आईपीएम के जरिए कम खर्च में कीड़ों और रोगों से फसल बचाइए

By Divendra Singh

इंटीग्रेटेड पेस्ट मैनेजमेंट या एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन वो तरीका है, जिसमें फसल को खतपतवार, कीड़े और रोगों से बचाने के लिए ऐसे तरीके अपनाए जाते हैं जिनकी लागत बहुत कम आती है।

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असम का काजी नेमु: बिना रासायन के शुरू हुई खेती, दुनिया भर में है मशहूर
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By Gaon Connection

इस परियोजना के तहत कीटों से होने वाले नुकसान को कम करने और बेहतर कीट प्रबंधन तकनीकों के प्रयोग से असम नींबू की खेती का क्षेत्र 33 हेक्टेयर से बढ़कर 107 हेक्टेयर हो गया।

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पपीता किसान सावधान! बारिश में इस रोग से हो सकता है भारी नुकसान
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By Dr SK Singh

बारिश के मौसम में पपीते की फसल को कॉलर रॉट जैसे घातक रोग से बड़ा खतरा होता है। यह फफूंदजनित बीमारी पौधे के तने और जड़ों को सड़ा देती है, जिससे पूरी फसल नष्ट हो सकती है। जानिए इसके लक्षण, कारण और बचाव के सरल वैज्ञानिक उपाय - ताकि फसल रहे सुरक्षित और किसान को न हो आर्थिक नुकसान।

बारिश के मौसम में पपीते की फसल को कॉलर रॉट जैसे घातक रोग से बड़ा खतरा होता है। यह फफूंदजनित बीमारी पौधे के तने और जड़ों को सड़ा देती है, जिससे पूरी फसल नष्ट हो सकती है। जानिए इसके लक्षण, कारण और बचाव के सरल वैज्ञानिक उपाय - ताकि फसल रहे सुरक्षित और किसान को न हो आर्थिक नुकसान।

आम की बेहतर पैदावार के लिए समय रहते करें दहिया कीट का प्रबंधन
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By Dr SK Singh

फरवरी-मार्च महीने में आम में बौर आने शुरु हो जाते हैं, लेकिन अगर बाग में अच्छे बौर पाने हैं तो किसानों को बौर लगने से पहले कुछ ज़रूरी काम निपटा लेना चाहिए।

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लीची में लौंग अवस्था में किया गया प्रबंधन बढ़ा देगा उत्पादन और फलों की गुणवत्ता
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By Gaon Connection

अप्रैल के महीने में लीची में फल लौंग के आकार के हो जाते हैं; इसी समय बहुत सारे रोग और कीट भी लगते हैं, इसलिए किसानों को कुछ ज़रूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए।

अप्रैल के महीने में लीची में फल लौंग के आकार के हो जाते हैं; इसी समय बहुत सारे रोग और कीट भी लगते हैं, इसलिए किसानों को कुछ ज़रूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए।

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