यूपी: Lockdown में कई जिलों में सब्जियां हुई महंगी, सप्लाई पर पड़ रहा असर, कालाबाजारी पर होगी FIR

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यूपी: Lockdown में कई जिलों में सब्जियां हुई महंगी, सप्लाई पर पड़ रहा असर, कालाबाजारी पर होगी FIRउत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में सब्जी दुकानदार। प्रतीकात्मक फोटो- मोहित शुक्ला

मोहित शुक्ला/वीरेंद्र सिंह की रिपोर्ट

लखनऊ/सीतापुर/बाराबंकी/लखीमपुर खीरी। कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए यूपी को 24 मार्च से अगले 3 दिनों के लिए पूरी तरह लॉकडाउन कर दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसकी घोषणा करते हुए कहा इस दौरान जरुरी चीजों की सप्लाई नहीं रुकेगी। सरकार ने कहा है कि बाजारों में आवश्यक चीजों की आपूर्ति बनी रहे और कालाबाजारी न हो लेकिन कई इलाकों में, जमीन पर इसका असर नहीं दिख रहा है।

आवागमन प्रभावित होने से सब्जियों समेत खाने-पीने की कई चीजों के दाम फुटकर में बढ़ गए हैं। आलू, टमाटर जैसी सब्जियों के दाम डेढ़ गुने हो गए हैं। लखनऊ के गोमतीनगर एक्सटेंशन में मंगलवार की सुबह सब्जियों की कुछ दुकानें खुली थीं, जहां आलू 30 रुपए किलो किलो तक बिका। हालांकि सुबह ही पुलिस ने इन दुकानों को बंद करवा दिया।

लखनऊ के साथ ही बाराबंकी, सीतापुर समेत कई जिलों में भी सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी देखी गई है।

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यूपी के बाराबंकी जिले में दो दिन पहले तक ऐसे मार्केट लगती थी, लेकिन एहतियातन उन्हें अब बंद करा दिया गया है। सब्जी के दुकानदार अपनी दुकाने खोले हुए हैं। फोटो- वीरेंद्र सिंह

सीतापुर की नवीन गल्ला मंडी में सब्जी कारोबारी जसवंत सोनकर बताते हैं, "सरकार ने ये कहा कि सब्जी राशन की दुकानें खुली रहेंगी, मंडी में आज भी काम हुआ, लेकिन माल कम आया। क्योंकि कई जगह से शिकायतें आई कि फुटकर दुकानदारों को सब्जी बेचने में दिक्कत आ रही है। मंडी में हम लोग एहतियात भी बरत रहे हैं, लेकिन सरकारी आदेश के नाम पर अगर पुलिस-प्रशासन फुटकर दुकानकारों को रोकता रहा तो सप्लाई चेन टूट सकती है।"

यूपी के बाराबंकी जिल में कस्बाई इलाकों में सब्जियां महंगी बिक रही है। 20 रुपए किलो वाली लौकी 40 रुपए में बिक रही है। बाराबंकी सब्जी मंडी में सब्जी के थोक व्यापारी मुजीब अहमद बताते हैं, "हरी सब्जियों के दाम अगले 3-4 दिन बाद और बढ़ेंगे क्योंकि अब आगे से माल नहीं आ पा रहा है। गुजरात से हमारा 2 ट्रक प्याज चला था लेकिन मध्य प्रदेश में अंदर नहीं घुसने दिया गया। सरकार कह रही है कि जरूरी चीजों का आयात होता रहेगा, लेकिन ऐसा दिख नहीं रहा है कम से कम हरी सब्जियां और खाने पीने वाली सामान लाने ले जाने की छूट दी जाए नहीं तो दाम बढ़ना लाजिमी है।"

बाराबंकी में गंगापुर गांव के किसान अश्वनी वर्मा बताते हैं, "हमारे खेतों में हरी सब्जी कद्दू लौकी खीरा लगा है, जो बेकार हो रहा है लेकिन बाजार तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं।"

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आपूर्ति बनाए रखने और कालाबाजारी रोकने के लिए बाराबंकी के नवाबगंज इलाके में पूछताछ करते खाद्य निरिक्षक और पूर्ति विभाग के सदस्य। फोटो साभार दीपक सिंह

आपूर्ति बनाए रखने और कालाबाजारी रोकने के लिए खाद्य आपूर्ति और दूसरे विभागीय अधिकारी बाजारों पर नजर बनाए हुए हैं। लखनऊ में नगर निगम की टीमें कई जगह सब्जी विक्रेताओं को ज्यादा कीमतें न वसूलने की हिदायत देती नजर आईं। बाराबंकी में खाद्य सुरक्षा अधिकारी कौशल कुमार और पूर्ति निरीक्षक इमरान मंजूर की टीम ने कई जगह दुकानों पर जाकर पड़ताल की। सीतापुर में भी जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी और पूर्ति निरिक्षक की टीम सब्जियों की दुकानों के साथ ही राशन की दुकानों पर जाकर तेल, चीनी, माचिस आदि की उपलब्धता की जानकारी लेते नजर आई। उन्होंने दुकानदारों से अनुरोध किया कि वो सोशल डिस्टेसिंग को ध्यान में रखकर सामान दें।

लेकिन गांव कनेक्शन के कम्यूनिटी जर्नलिस्ट ने फोन आदि के माध्यम से लोगों से बात की तो ग्राहकों ने माना कि वो महंगा सामान खरीद रहे हैं।

नेपाल की सीमा से सटे हुए यूपी के लखीमपुर खीरी जिले के मैगलगंज के चीनी व्यवसाई अंकित गुप्ता बताते हैं, "अभी चीनी थोक रेट में 3400 रुपये प्रति कुंतल थी, लेकिन सिर्फ एक दिन में मंडी में 70 रुपए का उछाल आया और सोमवार को 3470 रुपए की दर से माल खरीदा।"

बढ़ी कीमतें और कालाबाजारी के बारे में बात करने पर लखीमपुर खीरी के जिलाधिकारी शैलेंद्र सिंह ने कहा कि कोई भी व्यापारी अभी तक कोई ऐसी शिकायत नहीं आई है। अगर कहीं से भी कोई ऐसी जमाखोरी या कालाबाजारी की शिक़ायत आती है तो उसके ख़िलाफ़ तुरंत एफआईआर दर्ज कराई जायेगी।"

यूपी में बाराबंकी जिले में जिलाधिकारी डॉ आदर्श सिंह ने कमेटी बनाने की बात की है।

ज्यादातर जगहों पर किसानों ने कहा कि वो कोरोना के चलते बंदी का समर्थन करते हैं लेकिन उनकी समस्या की तरफ भी ध्यान दिया जाए। बाराबंकी में आलू की खेती करने वाले किसान बिरेश चंद वर्मा बताते हैं, "हमारा आलू खुद कर घर में भरा है कोई व्यापारी नहीं मिल पा रहा है। अगर यह सब कुछ ऐसे ही चलता रहा तो घर में ही आलू लड़ने लगेगा।"

बाराबंकी सब्जी मंडी में सब्जियों का रेट (रुपए प्रति किलो)

सब्जी- 8 दिन पहले 23 मार्च

आलू 15 से 16, 16 से 20

टमाटर 15 से 20 , 35 से 40

शिमला 70 से 80 , 80 से 90

बंद गोभी 5 से 6 , 8 से 10 प्रति पीस

अदरक 75 से 80, 90 से 100

हरी धनिया 18 से 20, 70 से 80

हरी मटर 30 से 40 , 70 से 80

बैंगन 15 से 20 , 20 से 30

कद्दू 15 से 20, 30 से 40

नोट- रेट स्थानीय थोक दुकानदारों के बताए अनुसार

कोरोना वायरस को लेकर गांव कनेक्शन की अपील

कोरोना की अभी दवा नहीं बनी है। ऐसे में बचाव ही इसका इलाज है। कोरोना के वायरस से संक्रमित होने से बचने के लिए भीड़-भाड़ वाले इलाके में न जाएं। साथ ही सरकार द्वारा जारी किए गए लॉकडाउन का पालन करें। वक्ते-वक्ता पर हाथ धोते रहें। सर्दी, जुखाम और बुखार होने की स्ि ल ति में डॉक्टेर से सलाह लें। कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं, सजग रहकर संक्रमण से बचने की जरूरत है।य

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