सीतापुर। ''पशुपालक को मुनाफा तभी होगा जब उसका पशु पूरी तरह से स्वस्थ होगा। इसलिए पशुपालक को समय पर पशुओं का टीकाकरण कराना जरूरी होता है। इससे दवाईयों का खर्चा तो कम होता है साथ ही बेहतर उत्पादन भी मिलता है।" ऐसा बताते हैं, हेस्टर कंपनी के वेटनरी सेल्स एग्जीक्यूटिव जितेंद्र वर्मा।
सीतापुर जिले के महौली ब्लॉक के पालाहपुर गाँव में पशु चौपाल का आयोजन किया गया है। इस चौपाल में पशुधन से कैसे ज्यादा से ज्यादा मुनाफा बढ़ाया जा सकता है इसके बारे में बताया जा रहा है। पशुपालकों को जागरूक करने और उन्हें उन्नत पशुपालन तकनीकी बताने के लिए हेस्टर और गाँव कनेक्शन पिछले तीन महीनों से दस जिलों में पशु चौपाल का आयोजन कर रहा है। इस चौपाल में पशुपालकों को पशुओं के टीकाकरण, बीमारियां, डीवार्मिंग और सामान्य रख-रखाव के बारे में जानकारी दी जा रही है।
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चौपाल में पशुचिकित्सक डॉ राम बकस ने पशुपालकों को बताया, "टीकाकरण कराने से पशुओं में रोगों से लड़ने के लिए प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। इसलिए गाय-भैंस को समय से खुरपका-मुंहपका, गलाघोटू का टीकाकरण अवश्य कराना चाहिए। अगर कोई भी पशु है उसका टीकाकरण जरूर कराएं। सरकार द्वारा यह टीकाकरण पूरे प्रदेश में नि:शुल्क लगाया जाता है।"
पालाहपुर गाँव में हुई पशु चौपाल में 100 से ज्यादा पशुपालकों ने हिस्सा लिया। इसमें पशुओं के रखरखाव, साफ-सफाई के बारे में पशुपालक को जादू के माध्यम से जागरूक किया गया। "अगर पशुओं को हर तीन महीने में पेट के कीड़ें की दवा नहीं देंगे तो पशुओं का वजन तो घटेगा ही साथ दूध उत्पादन क्षमता में कमी हो जाती है। अगर पशुपालक प्रतिदिन पशु बाड़े की साफ-सफाई करते है तो पशुओं को कम बीमारियां होती है। इसलिए साफ-सफाई बहुत जरूरी है।" डॉ विजय कुमार ने पशु चौपाल में पशुपालकों को बताया।