शाहजहांपुर। हाल ही में रिलीज हुई इरफान खान और ऐश्वर्या की फिल्म जज्बा में तरनदीप बजाज (29 वर्ष) ने अहम किरदार निभाया है। शाहजहांपुर जिला मुख्यालय से तीन किलोमीटर दूर उत्तर दिशा में स्थित सदर बाजार में रहने वाले तरनदीप ने फिल्म में सनी नामक युवक का किरदार निभाया है जो ताले की चाभियां बनाने और ताले खोलने का काम करता है और पुलिस का मददगार है। तरनदीप ने मुंबई से गाँव कनेक्शन की रिपोर्टर दिति बाजपेई के साथ अपने अनुभव बांटे।
सवाल- आपको फिल्मों में काम करने का आइडिया कहां से आया?
जवाब- शुरू से ही रंगमंच से जुड़ा हुआ था। 2004 में जब ताल डांस इंस्टीट्यूट की तरफ से बॉम्बे आया था, तभी से सोच लिया था कि फिल्मों में करियर बनाना है। वर्ष 2009 में मैं मुंबई आ गया और तब से यही काम कर रहा हूं।
सवाल- बॉलीवुड में आने के बाद कितना संघर्ष करना पड़ा?
जवाब- जब मैं मुम्बई आया था, उसके तीसरे दिन मुझे एक विज्ञापन में काम करने का मौका मिला था। कुछ समय ऐसा था कि मुझे बिल्कुल काम नहीं मिला। धीरे-धीरे अच्छे लोग मिलते रहे, अच्छे काम भी मिले।
सवाल- बॉलीवुड में किन-किन लोगों के साथ काम करने का मौका मिला?
जवाब- दिवाकर बनर्जी, सुभाष घई, फरहान अख्तर जैसे कई नामी गिरामी लोगों के साथ काम करने का मौका मिला और काफी कुछ सीखने को भी मिला।
सवाल- आपने किन फिल्मों में काम किया है और आने वाली किन फिल्मों में आप देखने को मिलेंगे?
जवाब- मैंने थ्री इडियट, लव एक्सप्रेस, लव सेक्स धोखा कई फिल्मों में काम किया है। अगले साल मेरी आने आने वाली फिल्म जुनूनियत है। इसको विवेक अग्निहोत्री ने डायरेक्ट किया है और इसमे यामी गौतम और सम्राट हैं। इसमें मेरा रोल एक कॉमेडी कैरेक्टर का है जो यामी गौतम का पड़ोसी होता है और उससे प्यार करता है। जब यामी की शादी होती है तो उसका भाई बन के काम करता है।
सवाल- शाहजहांपुर से मुम्बई पहुंचने के सफर में घर वालों का कितना सपोर्ट था?
जवाब- शुरुआत से कल्चर एक्टिविटी में सक्रिय रहा तो घर वालों ने कभी नहीं रोका, हमेशा सपोर्ट किया इसलिए आज मैं यहां हूं।
सवाल- आप किसको अपना आइडियल मानते हैं?
जवाब-अमिताभ बच्चन जी मेरे आइडियल है जिनको देखकर मैं बड़ा हुआ हूं। बॉलीवुड में मैं उनको परफेक्ट मानता हूं।
सवाल- आप की तरह छोटे शहर से फिल्मी दुनिया तक पहुंचने में संघर्ष कर रहे हजारों लोगों को क्या मैसेज देंगे?
जवाब- मैं इतना बड़ा नहीं हुआ कि मैं और लोगों को बोलूं। बस अपना अनुभव बताऊंगा कि मेहनत करना चाहिए और फोकस क्लियर रखना चाहिए।