आधार की अनिवार्यता पर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की पीठ ने आधार को सुरक्षित और आम लोगों की पहचान बताया है। जस्टिस सीकरी ने अपना और चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा और जस्टिस खानविलकर की तरफ से फैसला पढ़ा। आइये नजर डालते हैं आधार कार्ड के पक्ष में गयीं पांच प्रमुख बातों पर..
1- कम जानकारी देनी पड़ती है
आधार की संवैधानिकता वैधता पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आधार कार्ड के लिए बहुत कम जानकारी देनी होती है ऐसे में लोगों की निजी जानकारी सुरक्षित है।
2- डुप्लीकेट को कोई खतरा
सुप्रीम कोर्ड के जज जस्टिस सीकरी ने कहा कि आधार का डुप्लीकेट नहीं बनाया जा सकता है। यह पूरी तरह सुरक्षित है।
3- गरीबों को फायदा मिल रहा
कई योजनाओं में आधार कार्ड को अनिवार्य किया गया है। इससे गरीबों को सीधे मदद मिल रही है। इस पर जज ने कहा कि आधार कार्ड गरीबों की ताकत बना है। इस पर हमला मतलब लोगों के अधिकारों पर हमला है।
4- आधार पर हमला संविधान पर हमला
आधार की संवैधानिक वैधता पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला पढ़ते हुए जस्टिस सीकरी ने कहा कि आधार पर हमला संविधान के खिलाफ है। फैसला पढ़ते हुए जस्टिस एके सीकरी ने कहा कि ये जरूरी नहीं है कि हर चीज बेस्ट हो, कुछ अलग भी होना चाहिए। आधार कार्ड पिछले कुछ साल से चर्चा का विषय बना है।
5- पैन के लिए जरूरी
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आधार से पैन कार्ड को जोड़ने का फैसला बरकरार रहेगा, इसमें कोई बदलाव नहीं होगा।