पांच वर्षों में किसानों को मिली सबसे अधिक सुविधाएं: अमित शाह
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने गोरखपुर में भारतीय किसान मोर्चा के अधिवेशन का उद्घाटन करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने पिछले पांच सालों में किसानों को सबसे अधिक सुविधाएं दी है। उन्होंने 'फिर एक बार, मोदी सरकार' का नारा लगाया।
लखनऊ। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में भारतीय किसान मोर्चा के अधिवेशन का उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह में उन्होंने कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों पर निशाना साधा।
उद्घाटन समारोह में बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि हमारा देश एक कृषि प्रधान देश है। इस देश की पहचान ही कृषि और किसान है। देश की 60% से अधिक आबादी कृषि पर निर्भर है और देश की GDP का 15% कृषि क्षेत्र से आता है। इसलिए नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली हमारी सरकार ने किसानों पर सबसे अधिक ध्यान दिया।
अमित शाह ने कहा, 'हमारी सरकार ने किसानों के लिए 24*7 हेल्पलाइन चालू किया और कृषि समस्याओं के निपटान के लिए कृषि दूरदर्शन की शुरूआत की। मोदी सरकार ने ही जोखिम भरे समयों के लिए कृषि बीमा योजना का प्रबंध किया।'
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने पांच सूत्रों के आधार पर कृषि कल्याण की नीति को आगे बढ़ाया है। ये पांच सूत्र हैं- दाम का स्वावलंबन, जल का स्वावलंबन, तकनीक का स्वावलंबन, मुद्रा का स्वावलंबन और आर्थिक स्वावलंबन। इन पांच सूत्रों के मदद से किसान स्वावलंबी हुए हैं।
Shri @AmitShah is speaking at BJP Kisan Morcha National Convention in Gorakhpur. #BJPForSamridhKisan https://t.co/65eroMu4KW
— BJP (@BJP4India) February 23, 2019
शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों के लिए 1.5 गुना न्यूनतन साझा मूल्य का कार्यक्रम भी लिया। उन्होंने कहा कि कृषि में वैज्ञानिक अनुसंधान का बहुत महत्व होता है। लेकिन पहले के अनुसंधान सिर्फ प्रयोगशालाओं तक ही सीमित हो जाते थे। लेकिन नरेंद्र मोदी ने सॉइल हेल्थ कार्ड लाकर 'लैब टू लैंड' के कांसेप्ट की शुरूआत की। शाह ने दावा किया कि इस 5 साल के कार्यकाल में कृषि बजट में 80% तक की वृद्धि हुई।
विपक्ष के महागठबंधन पर चुटकी लेते हुए अमित शाह ने कहा कि अगर महागठबंधन की सरकार बनेंगी तो सप्ताह के सात दिन में सात अलग-अलग नेता प्रधानमंत्री बनेंगे। उन्होंने 'फिर एक बार, मोदी सरकार' का नारा लगाया।
आपको बता दें कि भारतीय किसान मोर्चा के इस सम्मेलन में रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। वह इस दौरान किसान समृद्धि निधि की शुरूआत करेंगे, जिसमें छोटे और सीमांत किसानों को प्रतिवर्ष 6-6 हजार रूपए देने की योजना है।