मारे गए पांच आतंकवादी उरी में किए गए हमले जैसी वारदात को अंजाम दे सकते थे - थलसेना
श्रीनगर (भाषा)। भारतीय थलसेना ने आज कहा कि शुक्रवार को उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास घुसपैठ निरोधक अभियान में मारे गए पांच आतंकवादी एक फिदायीं दस्ते से जुडे हुए थे और आत्मघाती हमले की योजना बना रहे थे।
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ब्रिगेडियर वाई एस अहलावत ने कहा, तलाशी अभियानों में अब तक बडी मात्रा में हथियार और गोला-बारुद बरामद किए गए हैं जिनमें पांच एके-47 राइफल, दो यूबीजीएल, बडी संख्या में विस्फोटक, लडाकू परिधान, ज्वलनशील सामग्री, पाकिस्तानी मार्के वाले खाने-पीने के सामान और टाइमर मशीनों से लैस आईईडी शामिल हैं।''
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अहलावत ने कहा, "यह सब संकेत करता है कि यह एक फिदायीं समूह था जो थलसेना शिविर या उरी के पास एक असैन्य प्रतिष्ठान पर हमले की मंशा से सेक्टर में घुसा था।'' उत्तर कश्मीर के बारामुला जिले के उरी में पत्रकारों को संबोधित करते हुए अहलावत ने कहा कि यह बहुत संभव है कि आतंकवादी जिस तरह की सामग्री ले जा रहे थे, उससे 2016 में उरी में किए गए हमले जैसी वारदात को अंजाम दे सकते थे।
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