पुलिस चौकी से BHU छात्र के गायब होने का मामला: हाई कोर्ट ने कहा- जरूरी हुआ तो CBI जांच होगी, पूरा थाना लाइन हाजिर करूंगा

वाराणसी के लंका थाने से एक छात्र 13 फरवरी 2020 से गायब है। इस बात को छह महीने बीत चुके हैं। मामला अब इलाहाबाद हाई कोर्ट पहुंच चुका है। कोर्ट ने लापरवाही पर फटकार लगाई है और वाराणसी एसएसपी को तलब किया है।

Update: 2020-08-25 14:15 GMT
इलाहाबाद हाई कोर्ट में मामले की अगली सुनवाई तीन सितंबर को होगी। (इनसेट में लापता छात्र शिव कुमार त्रिवेदी)

वाराणसी (उत्तर प्रदेश)। बनारस हिंदू विश्वद्यालय के छात्र शिव कुमार त्रिवेदी के लंका चौकी से लापता होने के मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने सरकारी वकील को फटकार लगाते हुए कहा कि अगर जरूरी हुआ तो मामले की जांच सीबीआई से कराई जायेगी और पूरे थाने को लाइन हाजिर किया जायेगा। मामले की अगली सुनवाई 3 सितंबर को होगी जिसमें वाराणसी एसएसपी को तलब किया गया है।

इलाहाबाद हाई कोर्ट ने अधिवक्ता सौरभ तिवारी की जनहित याचिका को स्वत: सज्ञान लेते हुए मंगलवार 25 अगस्त को सुनवाई की तारीख सुनिश्चित की थी। मुख्य न्यायाधीश गोविंद माथुर और सौमित्र दयाल सिंह कि संयुक्त खंडपीठ के समक्ष सौरभ तिवारी ने लापता छात्र के पिता प्रदीप कुमार त्रिवेदी का पक्ष रखा।

पहली सुनवाई पूरी होने के बाद सौरभ तिवारी ने गांव कनेक्शन को बताया, "पहली सुनवाई में मामला हमारे पक्ष में गया। न्यायाधीश महोदय ने सरकारी वकील को फटकार लगाते हुए कहा कि पूरा थाना लाइन हाजिर कर दूंगा और अगर जरूरी हुआ तो मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जायेगी।"

मामले में अगली सुनवाई तीन सितंबर को होगी। एसएसपी वाराणसी को व्यक्तिगत शपथ पत्र (Personal Affidavit) के साथ कोर्ट के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है।

कोर्ट ने मंगलवार को ही मामले में के संबंध में वाराणसी डीएम, एसएसपी (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक) और लंका एसओ से जवाब मांगा था, लेकिन जवाब बस एसओ द्वारा दिया गया। इस बारे में सौरभ बताते हैं, "कोर्ट ने इस पर नाराजगी जाहिर की और कहा कि जवाब बस एक लोगों का ही क्यों आया है। आप लोग अदालती कार्यवाही का मजाक ना बनाएं।"

बनारस के अस्सी घाट पर बैठे छात्र शिव के पिता प्रदीप कुमार त्रिवेदी।

"न्यायाधीश ने नाराजगी जताते हुए कहा कि मुझे तो आश्चर्य हो रहा है कि छह महीने में हम एक छात्र को नहीं ढूंढ पाये। पुलिस ने एक 45 साल को मानसिक विक्षिप्त को लंका थाने में रखा है और उसे शिव बता रहे हैं जबकि पिता प्रदीप बता चुके हैं वह कोई और है। इसे भी संज्ञान लेते हुए न्यायाधीश ने कहा कि क्या आपने उसका डीएनए टेस्ट कराया है। फिंगर टेस्ट कराने के आदेश दिये हैं।" सौरभ आगे बताते हैं।

क्या है पूरा मामला

बनारस हिंदू विश्वद्यालय (बीएचयू) में बीएससी द्वितीय वर्ष के छात्र शिव कुमार त्रिवेदी 13 फरवरी 2020 से लापता हैं। मूलत: मध्य प्रदेश के जिला पन्ना, के पोस्ट बड़गढ़ी खुर्द, गांव ब्रजपुर के रहने वाले शिव को 13 फरवरी की रात लंका पुलिस अपने साथ ले गई थी। तब से शिव के का कुछ भी पता नहीं है। शिव के पिता प्रदीप कुमार त्रिवेदी छह महीने से अपने बेटे को ढूंढ रहे हैं।

इस पूरे मामले को समझने के लिए गांव कनेक्शन की विस्तृत रिपोर्ट आप यहां पढ़ सकते हैं-

काशी में 6 महीने से शिव को तलाश रहा बेसुध पिता, बीएचयू के छात्र को पुलिस ले गई थी, तब से लौटकर नहीं आया

बीएचयू के पूर्व छात्र और इलाहाबाद हाई कोर्ट में वकील सौरभ तिवारी ने मामले को जनहित याचिका दाखिल की थी। सौरभ कहते हैं, "उनके साथ बीएचयू के वर्तमान और पूर्व छात्र हैं। जब तक एक पिता को इंसाफ नहीं मिल जाता, तब तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी।"

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