छत्तीसगढ़ सबसे पहले पूरी करेगा अनिल दवे की ये इच्छा

Update: 2017-05-20 09:43 GMT
अनिल माधव दवे।

रायपुर (आईएएनएस)। अपनी सहजता और सादगी के लिए मशहूर रहे केंद्रीय पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे की इच्छा थी कि उनकी याद मेें स्मारक बनाने के बजाय पौधे लगाकर उन्हें बड़ा किया जाए। उनकी इसी इच्छा को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सबसे पहले पूरी की है।

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डॉ. रमन सिंह लोक सुराज अभियान के तहत शुक्रवार को दुर्ग जिले के पाटन विकासखंड के ग्राम सांकरा में आयोजित समाधान शिविर में शामिल हुए। उन्होंने वहां 41 हेक्टेयर क्षेत्र में विकसित पौधरोपण प्रक्षेत्र को देखा और इसका नामकरण दिवंगत केंद्रीय वन तथा पर्यावरण राज्यमंत्री अनिल माधव दवे के नाम पर करने की घोषणा की। ग्राम सांकरा में वन विभाग की ओर से आंवला, नीम, करंज, कदंब सहित कई प्रजातियों के पौधे लगाए गए हैं।

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अनिल माधव दवे का गुरुवार को नई दिल्ली में निधन हो गया। मुख्यमंत्री ने लोक सुराज दौरे के अवसर पर सांकरा में वन विभाग के इस प्रक्षेत्र को देखकर देश में वन तथा पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में दवे के योगदान को विशेष रूप से याद किया।

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उन्होंने कहा, ''स्वर्गीय दवे की अंतिम इच्छा थी कि उनकी स्मृति में कोई एक न एक पौधा जरूर लगाया जाए, और कोई स्मारक न बनाएं।'' डॉ. रमन सिंह ने कहा कि इस वन प्रक्षेत्र को बहुत अच्छे से विकसित किया जाएगा। उन्होंने वहां लगाए गए पौधों और वृक्षों के संरक्षण के लिए सोलर पंप से सिंचाई व्यवस्था करवाने का भी ऐलान किया।

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