कैफ़ी आजमी के शहर में एक शख्स युवाओं को सिखा रहा है अदाकारी, खस्ताहाल टॉकीज़ को बना दिया थियेटर
आजमगढ़। शहर के जिस मशहूर सिनेमा घर शारदा टॉकीज़ को लोग खंडहर समझने लगे थे, आज उसी जगह को नाट्य निर्देशक अभिषेक पंडित (35 वर्ष) और उनकी पत्नी ममता पंडित ने नाट्य उत्सव की जगह बना दिया है। हाल ही में यहां तीन दिवसीय नाट्य उत्सव का आयोजन हुआ था।
आज जहां ज्यादातर लोग अभिनय सीखने के बाद मुंबई चले जाते हैं, वहीं अभिनय और निर्देशन सीखने के बाद अभिषेक पंडित पिछले 20 सालों से आजमगढ़ में युवाओं को नाटक की ट्रेनिंग दे रहे हैं। अभिषेक पंडित न ही सिर्फ युवाओं को सिखा रहे हैं, बल्कि आजमगढ़ में नाट्य उत्सव भी कर रहे हैं। अभिषेक पंडित आजमगढ़ में 12 सालों से आजमगढ़ नाट्य उत्सव का आयोजन कर रहे हैं।
नाटक करने की जगह नहीं
अभिषेक पंडित बताते हैं “देश में किसी भी जगह की तरह आजमगढ़ में भी नाटक करने की जगह की बहुत कमी है। हम शुरू में स्कूल और कॉलेज में नाटक कर रहे थे। फिर कला भवन में नाटक करने लगे, जहां बड़े-बड़े अख़बार वालों का कब्जा था, अब वहां मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा प्रेक्षागृह का निर्माण कराया जा रहा है, पता नहीं कब तक यह निर्माण होगा।” अभिषेक पंडित आगे बताते हैं, “निर्माण कार्य होने के कारण हमें कला भवन छोड़ना पड़ा तो हमारे पास नाटक करने के लिए कोई जगह उपलब्ध नहीं था। फिर हमने शारदा टॉकीज़ के मालिक से गुज़ारिश की तो उन्होंने हमें अपना सिनेमा हॉल नाटक करने के लिए दे दिया। अब हमारी टीम सूत्रधार यहीं प्रक्टिस और मंचन करती है।”
सरकार और लोग कला के प्रति उदासीन
अभिषेक पंडित आगे कहते हैं “नेताओं में तो दूर दृष्टि की कमी तो है ही साथ ही जनता भी अब दूरदृष्टि वाली नहीं बची है। उत्तर प्रदेश में अभी सभी दल अपना घोषणा पत्र जारी कर रहे हैं लेकिन किसी ने भी कला को लेकर कोई घोषणा नहीं की है। यहां तमाम घोषणाएं जाति और धर्म को देखकर की जा रही हैं। सरकार को कलाओं के विकास पर भी ध्यान देना चाहिए।”