राजस्थान के किसानों ने घेरा कलक्ट्रेट, मूंगफली की होली जलाने का दिया अल्टीमेटम
राजस्थान में पिछले कुछ वर्षों में मूंगफली का हब कहे जाने वाले बीकानेर जिले के मूंगफली किसाना आज उग्र हो गए। किसानों ने मूंगफली से भरी 70 ट्रैक्टर-ट्रालियों सहित बीकानेर जिला मुख्यालय का घेराव किया। अगर मूंगफली की खरीद शुरू नहीं की गई तो किसानों ने प्रशासन को मूंगफली की होली जलाने का अल्टीमेटम दिया।
बीकानेर के मूंगफली किसान आशू राम गोडरा बताते हैं, "जिले के मूंगफली किसानों ने मूंगफली बेंचने के लिए पहले जब आंदोनल किया था तब सरकार ने कहा था कि सभी मूंगफली किसानों से उनकी सारी उपज खरीदी जाएगी, लेकिन फिर बिना किसी सूचना के सरकारी खरीद 25 कुंतल प्रति किसान की लिमिट बना दी। आज बीकानेर में सरकारी मूंगफली केंद्रों को अचानक बंद कर दिया गया। जिससे अपनी बारी का इंतजार कर रहे लाइनों में खड़े मूंगफली किसान उग्र हो गए। मूंगफली किसानों ने मूंगफली से भरी 70 ट्रैक्टर-ट्रालियों सहित जिला मुख्यालय का घेराव किया।"
मूंगफली किसानों के आंदोलन की अगुवाई कर रहे किसान भरत राम कश्वा बताते हैं, "एक दम से आज सरकारी खरीद केंद्र बंद कर दिए गए। जिस वजह से किसानों ने प्रदर्शन किया। जब हम किसानों ने जिला मुख्यालय का घेराव किया तो प्रशासन ने किसानों से वार्ता की। जब किसानों ने प्रशासन को जिला मुख्यालय पर मूंगफली की होली जलाने की धमकी दी तो प्रशासन ने किसानों की उपज को खरीदे का कल तक का समय मांगा है।"
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भरत राम कश्वा बताते हैं, "प्रशासान की तरफ से बताया गया कि बीकानेर में सरकारी खरीद केंद्रों को रद्द कर दिया गया है। बीकानेर में राज ट्रेड के 10 खरीद केंद्र सरकार की तरफ से किसानों की मूंगफली खरीद रहे हैं। खरीद केंद्रों से शिकायत मिली थी की वो किसानों से अच्छा माल जो खरीद रहे थे उन्हे वे चुपचाप व्यापारियों को बेंच रहे थे इस वजह से बीकानेर के सरकारी खरीद केंद्रों को रद्द कर दिया गया है। किसानों की उपज कल दोपहर से दूसरे खरीद केंद्रों में ली जाएगी।"