महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी के दो विधायक बीजेपी में शामिल, विधायक दल का भी विलय

अब 40 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के 14 विधायक हो गए हैं। बीजेपी में शामिल होने वाले विधायकों का नाम मनोहर अजगांवकर और दीपक पावस्कर है।

Update: 2019-03-27 05:49 GMT

लखनऊ, (भाषा)। गोवा में महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के तीन में से दो विधायक बीजेपी में शामिल हो गए। इसके साथ हि उन्होंने एमजीपी विधायक दल का बीजेपी में विलय कर दिया। अब 40 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के 14 विधायक हो गए हैं। बीजेपी में शामिल होने वाले विधायकों का नाम मनोहर अजगांवकर और दीपक पावस्कर है।

दोनों विधायकों ने गोवा विधानसभा के कार्यवाहक अध्यक्ष माइकल लोबो को मंगलवार देर रात पौने एक बजे पत्र लिखकर यह जानकारी दी। इस पत्र में एमजीपी विधायक दल के बीजेपी में विलय की बात कही गई थी। हालांकि एमजीपी के तीसरे विधायक सुदीन धवलीकर का इस पत्र पर हस्ताक्षर नहीं हैं। गोवा की बीजेपी सरकार में धवलीकर उप मुख्यमंत्री और अजगांवकर पर्यटन मंत्री हैं।

चूंकि तीन में सें दो विधायकों ने विधायी शाखा का विलय किया है, इसलिए वे दल बदल विरोधी कानून के दायरे में आने से बच जाएंगे। दल विरोधी कानून के तहत यह अनिवार्य है कि विलय के लिए दो तिहाई सदस्यों की सहमति हो।

इससे पहले मंगलवार को विधायकों ने एमजीपी से अलग होकर एमजीपी (दो) समूह बनाया था और अब उन्होंने विधायी इकाई का बीजेपी में विलय कर दिया। लोबो ने इस बात की पुष्टि की कि उन्हें विलय के संबंध में देर रात पौने एक बजे पत्र मिला। उन्होंने बताया कि इस पत्र पर धवलीकर के हस्ताक्षर नहीं हैं।

आधी रात को हुए इस राजनीतिक घटनाक्रम के बाद 40 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी विधायकों की संख्या 12 से बढ़कर अब 14 हो गई है। एमजीपी 2012 से गोवा में बीजेपी की गठबंधन सहयोगी रही है। पावस्कर ने कहा कि एमजीपी से अलग होकर एक अन्य धड़ा बनाने का प्रस्ताव उन्होंने और अजगांवकर ने मंगलवार सुबह पांच बजे पारित किया।

विधायक ने कहा कि यह निर्णय लोगों के हित में लिया गया है। पावस्कर ने कहा, मेरे निर्वाचन क्षेत्र के लोग चाहते थे कि मैं बीजेपी में शामिल हो जाऊं। हमने यह बात भी स्वीकार ली है कि हम राज्य में एमजीपी को आगे नहीं लेकर जा सकते। उन्होंने दावा किया कि उन्हें सावंत के नेतृत्व वाली कैबिनेट में मंत्रिपद मिलेगा।

मुख्यमंत्री कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने समाचार एजेंसी भाषा को बताया कि ऐसी संभावना थी कि मुख्यमंत्री सावंत बुधवार को धवलीकर को कैबिनेट से हटा सकते हैं। इससे कुछ ही घंटों पहले एमजीपी अध्यक्ष दीपक धवलीकर ने साजिश का हवाला देकर सावंत सरकार से समर्थन वापस लेने की धमकी दी थी।

धवलीकर ने मंगलवार को कहा था कि एमजीपी की केंद्रीय समिति बुधवार को बैठक कर भविष्य का अपना कदम तय करेगी। उन्होंने कहा था कि पार्टी के कदम से राज्य सरकार का भविष्य भी तय होगा। इस विलय पर कांग्रेस ने तीखी प्रतक्रिया दी है। कांग्रेस की गोवा इकाई के मुख्य प्रवक्ता सुनील कवथंकर ने कहा, बीजेपी ने यह साबित कर दिया है कि वह अपने सभी सहयोगियों के लिए खतरा है। 

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