ये बच्चे कैसे स्कूल जाते हैं देखकर आप दंग रह जाएंगे, देखिए वीडिओ 

Update: 2016-11-07 12:46 GMT
बाराबंकी के इन तीन गांवों में आज तक विकास का पहिया नहीं घूमा है।

स्वयं डेस्क

बाराबंकी। नदी तैरकर जाता ये बच्चा नाविक नहीं है, नदी में तैरना इसका शौक नहीं, बल्कि मजबूरी है। हर रोज सुबह स्कूल जाने से पहले उसे नदी पारकर नाव लानी पड़ती है, फिर स्कूल पहुंचता है। स्कूल के वापसी में फिर ऐसा ही होता है।

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ये तस्वीरें उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से करीब 75 किलोमीटर दूर बाराबंकी जिले के छेदा कस्बे के पास की हैं। सूरतगंज विकासखंड के तीन गांवों गोडियनपुरवा, घनवलिया और महमतियनपुरवा दो तरफ से नदियों से घिरे हैं। घाघरा की सहायक नदियां कही जाने वाली चौका और चौरारी ने इन गांवों के करीब ढाई हजार लोगों की जिंदगी को बांध दिया है। नदी पार करने के लिए न तो पुल है न वो सड़क जिसपर चलकर विकास की बयार गांव तक पहुंचती। 14 साल के अजय जैसे गांव के दर्जनों बच्चे जान जोखिम में डालकर स्कूल तक पहुंचते हैं। अजय की तरह गांव का एक बड़ा बच्चा सुबह-सुबह तैरकर नदी के उस किनारे से नाव लाता है, फिर उसमे बैठकर बच्चे नदी पार करते हैं।

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