स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क
बहराइच। जिले में वर्षों से बाल-विवाह करने की प्रथा रुकने का नाम ही नहीं ले रही है। यहां की खामोश लड़कियों ने अब आवाज़ उठानी शुरू कर दी है। लड़कियों ने अपने घर में आवाज़ उठाई और कम उम्र में हो रही अपनी शादी को खुद रोका है। लड़कियों द्वारा उठाया गया ये पहला प्रयास जो देखा-देखी आगे बढ़ रहा है।
बहराइच जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर शिवपुर ब्लॉक के कई गाँव की लड़कियों ने अपना बाल-विवाह खुद रोका है। जुलाहनपुरवा गाँव की रहने वाली रेशमा (16 वर्ष) ने बताया, “मेरी शादी मेरे घरवालों ने तय कर दी थी, मैं किशोरी केंद्र में पढ़ने जाती थी वहां मुझे बताया गया था 18 वर्ष से कम उम्र में शादी करना कानूनन अपराध है, अपने अम्मी-अब्बू से बहुत झगड़ा किया, तीन चार दिन खाना नहीं खाया तब कहीं जाकर उन्होंने हमारी शादी मना की। रेशमा की तरह इनकी कई सहेलियों ने हिम्मत जुटाकर अपने गाँव में अपनी खुद की शादी रोकी है।”