जेल में बच्चों के लिए बनाए जायेंगे प्ले होम

Update: 2016-06-13 05:30 GMT
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लखनऊ। जेल में सजा काट रहे मां-बाप के बच्चों पर जेल के जीवन का बुरा प्रभाव न पड़े, इसके लिए सरकार ने इंतजाम करने शुरू कर दिए हैं। अब जेल की महिला बैरक के पास ऐसे बच्चों के लिए प्ले होम खोलने की तैयारी है। यहां पर खेल-खिलौनों के साथ कई संसाधन मुहैया करने की तैयारी की जा रही है।

ऐसे बच्चे जिनको बगैर जुर्म के ही मां-बाप के साथ जेल जाना पड़ता है, उनके लिए प्ले होम जेल परिसर में खोले जाएंगे। साथ ही महिला बंदियों के लिए अलग रसोई घर और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए अलग कमरे में बेड व तमाम स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था की जाएगी।

उन्नाव जिला जेल अधीक्षक आरएन पाण्डेय ने बताया, “महिलाओं के लिए जेल में अस्पताल औऱ महिला डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी की सुविधा नहीं थी अब उन महिलाओं के लिए एक कमरे में बेड और स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था की जायेगी, ताकि जेल में रहने वाली महिला बंदियों को किसी भी स्वास्थ्य संबधी समस्या पर उस चिकित्सा कक्ष में रखा जा सके। महिला बंदियों की खुद की रसोई होगी। जेल आने वाली महिला बंदियों को फिलहाल पुरुष बंदियों द्वारा तैयार किया गया भोजन ही मिलता था।” 

महिला बैरक के पास इस खेलकूद गृह में चारदीवारी में बन्द महिला बंदियों के साथ आने वाले छोटे छोटे बच्चों के खेलने से लेकर पढ़ने और संवारने तक का व्यवस्था होगी। शासन ने हर एक भवन के लिए छह लाख का बजट भी जारी कर दिया। यहां पर खिलौनों से लेकर पढ़ाई और संगीत आदि का भी इंतजाम होगा।

शासन की मंशा है कि बच्चों का जीवन न बिगड़े और जेल में रहने के बाद भी उन्हें अच्छा माहौल मिल सके। आरएन पाण्डेय बताते हैं कि शासन ने अब निर्णय लिया है कि महिला बंदियों की अलग से रसोई होगी, जहां पर उन्हीं बंद बंदियों में से अलग-अलग ड्यूटी लगाकर उनके लिए खाना तैयार कराया जाएगा।  

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