कीटों के प्रकोप से बर्बाद हो रही करेले की खेती 

Update: 2017-05-09 18:19 GMT
तनाभेदक कीटों के प्रकोप से किसानों को काफी नुकसान हो रहा है।

अमरकांत, स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

बरेली। जायद की फसलों में किसानों को करेले की फसल से अच्छी खासी आमदनी हो जाती है, लेकिन इस बार तनाभेदक कीटों के प्रकोप से किसानों को काफी नुकसान हो रहा है।

बरेली जिला मुख्यालय से लगभग 43 किमी दूर क्यारा ब्लॉक के रजपुरा गाँव के किसान हरिओम (45 वर्ष) बताते हैं, “हमारे यहां के किसान करेला की खेती करते हैं लेकिन इस बार कीटों का प्रकोप बढ़ गया है। ये कीट करेला के पत्तों को बिल्कुल नष्ट कर देते हैं, जिसके कारण करेला की खेती खत्म हो जाती है।

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इस समस्या से समाधान पाने का उपाय बताते हुए किसान हेल्प के डॉ. आरके सिंह बताते हैं, “इसको रोकने के लिए कोई भी कीटनाशक दवा का प्रयोग कर सकते हैं। किसान अपनी फसलों पर चूल्हे की राख को छिड़कते रहने से भी कीट नहीं लगता है और साथ ही किसान इसको नष्ट करने के लिए 15 लीटर पानी में 300 मिली मट्ठा मिला कर खेत मे छिड़काव करने पर इसको आसानी से नष्ट कर सकते है।”

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