गाय-भैंस की देसी नस्लों के संरक्षण के लिए इस बार इन्हें मिल रहा राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार

वैज्ञानिक तरीके से दुधारू पशुओं की स्वदेशी नस्लों की उत्पादकता बढ़ाने के लिए किसानों को प्रेरित करने के लिए हर साल राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार दिया जाता है।

Update: 2023-11-25 04:56 GMT

राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के मौके पर गाय और भैंस के देसी नस्लों के संरक्षण के लिए हर बार राष्ट्रीय गोपाल पुरस्कार दिया जाता है, इस बार गुजरात के दो, हरियाणा के एक और महाराष्ट्र के एक पशुपालक को सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

इसके साथ ही सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी समिति/दुग्ध उत्पादक कंपनी/डेयरी किसान उत्पादक संगठन और सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) के लिए भी तीन-तीन लोगों को सम्मानित किया जाएगा।

सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान के लिए हरियाणा के करनाल के साहिवाल डेयरी फार्म चलाने वाले राम सिंह को पहला, गुजरात के सूरत में गिर गाय की डेयरी चलाने वाले नीलेश गगनभाई अहीर को दूसरा और गुजरात के वलसाड की बृंदा सिद्धार्थ शाह और महाराष्ट्र के नासिक के राहुल मनोहर खैरनार को तीसरा स्थान मिला है।

सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान के लिए पुरस्कार के रूप में प्रथम रैंक के लिए 5 लाख रुपये, दूसरे रैंक के लिए 3 लाख रुपये और तीसरे रैंक के लिए 2 लाख रुपये दिए जाएंगे। साथ में योग्यता प्रमाण पत्र और एक स्मृति चिन्ह भी प्रदान किए जाएँगे।


केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला 26 नवंबर 2023 को पशु चिकित्सा कॉलेज ग्राउंड, गुवाहाटी, असम में राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार देंगे। पशुपालन और डेयरी विभाग राष्ट्रीय दुग्ध दिवस उत्सव 2023 के एक हिस्से के रूप में राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार 2023 का आयोजन कर रहा है।

राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार पशुधन और डेयरी क्षेत्र के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कारों में से एक है। इसका उद्देश्य स्वदेशी पशुओं को पालने वाले किसानों, एआई तकनीशियनों और डेयरी सहकारी समितियों / दूध उत्पादक कंपनी / डेयरी किसान उत्पादक संगठनों जैसी इस क्षेत्र में काम कर रही इकाइयों/लोगों को पहचानना और प्रोत्साहित करना है।

सर्वोत्तम डेयरी सहकारी/दूध उत्पादक कंपनी/डेयरी किसान उत्पादक संगठन) के लिए केरल के वायनाड के पुलपल्ली क्षीरोलपदक सहकारण संगम डी लिमिटेड को पहला, कर्नाटक के मांड्या की टीएम होसूर मिल्क प्रोड्यूसर कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, सहकारी समिति को दूसरा और तमिलनाडु के डिंडीगुल की एमएस 158 नाथमकोविलपट्टी दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति को तीसरा स्थान मिला है।

सर्वश्रेष्ठ डीसीएस/एफपीओ/एमपीसी के लिए भी प्रथम रैंक के लिए 5 लाख रुपये, दूसरे रैंक के लिए 3 लाख रुपये और तीसरे रैंक के लिए 2 लाख रुपये दिए जाएंगे। साथ में योग्यता प्रमाण पत्र और एक स्मृति चिन्ह भी प्रदान किए जाएँगे।

सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) के बिहार के अररिया के सुमन कुमार साह को पहला, ओडिशा के अनुगुल के अनिल कुमार प्रधान को दूसरा और आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम के मुद्दपु प्रसाद राव तीसरा स्थान मिला है।

सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) श्रेणी में, राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार-2023 में सिर्फ योग्यता प्रमाण पत्र और एक स्मृति चिन्ह दिया जाता है। 

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