स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क
लखनऊ। इक्कीस मार्च को विश्वभर में कठपुतली दिवस मनाया जाता है, देश भर में आज कठपुतली दिवस पर कार्यक्रम के आयोजन किए गए।
वाराणसी में इस अवसर पर जुटे सभी कलाकार और सामाजिक कार्यकर्ता हाथों में विभिन्न प्रकार कठपुतलियों को लिए हुए बनारस क्लब, गोलघर, पुलिस चौकी होते हुए जिला मुख्यालय पर पहुंचे। जिला मुख्यालय पर रैली सभा में तब्दील हो गयी और कठपुतली नाटक ‘‘गंदगी से जंग’’ का मंचन किया गया. इस नाटक में ‘‘स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत’’ का संदेश दिया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक मिथिलेश दुबे बताया, "विश्व कठपुतली दिवस की शुरूआत 21 मार्च 2003 को फ्रांस में की गई थी, यह दिवस भारत सहित विश्व के अन्य सभी देशों में भी धूमधाम से मनाया जाता है, तकनीक में विकास के क्रम में विलुप्त हो रही इस कला को जीवित रखने का प्रयास हम सभी लोगों को करना चाहिए।"
वरिष्ठ गांधी वादी चिन्तक राम धीरज भाई ने कहा कि इस अति प्राचीन लोक कला को जन-जन तक पहुंचना तथा आने वाली पीढ़ी को इससे अवगत करना है कठपुतली कला सिर्फ मनोरंजन का साधन नहीं है बल्कि लोगों को जागरूक करने का एक सशक्त माध्यम भी है। आज इस कला को आम लोगों एवं सरकार द्वारा संरक्षण दिये जाने की भी जरूरत है। जिससे इस प्राचीन कला को बचाया जा सके।