गीतकार प्रसून जोशी बने सेंसर बोर्ड के नए अध्यक्ष , जानिए कौन हैं प्रसून ?

Update: 2017-08-11 20:19 GMT
प्रसून जोशी (चश्मे में )

नई दिल्ली। सेंसर बोर्ड के विवादित अध्यक्ष पहलाज निहलानी की जगह अब गीतकार प्रसून जोशी को यह जिम्मेदारी दी गई है। इसी के साथ मशहूर अभिनेत्री विद्या बालन को भी केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) सेंसर बोर्ड का सदस्य बनाया गया है।

बताते चलें कि मशहूर गीतकार प्रसून जोशी ने दिल्ली छह, रंग दे बसंती और तारे जमीं पर जैसी मशहूर फिल्मों के गाने, डायलॉग या स्क्रीनप्ले लिखे हैं। इन्हें ऐडगुरु कहा जाता है और कई प्रसिद्ध कैचलाइन इनकी ही कलम से ईजाद हुई हैं। इसके अलावा 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के ऐड कैम्पेन के गीत ‘मेरा देश बदल रहा है’ भी इन्होंने गीतकार पीयूष पांडेय के साथ मिलकर लिखा था।

17 साल से लिखना शुरू किया था

प्रसून जोशी को विज्ञापन और फिल्म जगत के सम्मानित लोगों में गिना जाता है। उन्होंने कई फिल्मों के गाने, डायलॉग और स्क्रीनप्ले लिखे हैं। 1971 में प्रसून जोशी का जन्म हुआ था। उत्तराखंड के जोशी के पिता पीसीएस अधिकारी थे लेकिन मां-पिता दोनों का संगीत में रुझान था। 17 साल की उम्र में उन्होंने लिखना शुरू कर दिया था। उनकी किताब मैं और वो पब्लिश हुई थी।

मिल चुका है राष्ट्रीय पुरस्कार

एमबीए करने के बाद प्रसून जोशी ऐड एजेंसी ओ एंड एम के साथ जुड़े। इसके बाद मैकैन एरिक्सन के लिए काम किया। उन्हें बॉलीवुड में एंट्री राजकुमार संतोषी की फिल्म लज्जा से मिली। उसके बाद से वो लगातार फिल्मों से जुड़े हैं। तारे जमीं पर के गाने ‘मैं कभी बतलाता नहीं’ के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला है।

महज तीन साल रहा पहलाज निहलानी का कार्यकाल, काफी विवादों में रहे थे निलहानी

ऐसा बताया जा रहा था कि सूचना और प्रसारण मंत्रालय पहलाज के कामकाज से खुश नहीं है। इतना ही नहीं, पहलाज अपने अड़ियल रुख के कारण फिल्म इंड्रस्ट्री के निशाने पर आ गए थे। पिछले दिनों फिल्म हैरी मेट सेजल और बाबूमोशाय बंदूकबाज को लेकर उन्होंने काफी विरोध किया था। पहलाज का कार्यकाल महज तीन साल रहा।

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