जितनी शिद्दत से ड्यूटी निभाते हैं, उतनी ही अच्छी कविता कहते हैं आईएएस अखिलेश मिश्रा
जितनी शिद्दत से वो दफ्तर में काम करते हैं, उतनी ही तल्लीनता से वो मंच पर कविता पाठ भी करते हैं। प्रशासनिक मजबूरियों के चलते जो बात वह बोल नहीं सकते, उन्हें कहने का माध्यम उनकी कविता बनती है। 'गाँव कनेक्शन' से खास बातचीत में आईएएस अधिकारी और मंचीय कवि अखिलेश मिश्र ने विस्तार से बात की।