गुजरात का सियासी इतिहास: लगातार 14 साल कांग्रेस और 17 साल भाजपा का शासन

Update: 2017-12-17 23:31 GMT
ग्राफिक्स डिजाइन: कार्तिकेय उपाध्याय

नई दिल्ली। एक वक्त ऐसा था, जब गुजरात में कांग्रेस का डंका बजता था और 14 साल तक लगातार कांग्रेस गुजरात की सत्ता में काबिज रही। मगर बाद में गुजरात की जनता ने भारतीय जनता पार्टी पर भरोसा कायम किया और 17 सालों से अब तक भाजपा गुजरात में कायम है। आज 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव में कांटे की टक्कर है और नतीजों का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। अब देखना यह कि हाल में राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद क्या 22 साल बाद कांग्रेस गुजरात में जीत का डंका बजा सकेगी?

जब 1960 में बना था गुजरात

1 मई 1960 को तत्कालीन बॉम्बे राज्य के 17 उत्तरी जिलों को मिलाकर गुजरात राज्य का निर्माण हुआ और गांधी नगर राज्य की राजधानी बनी। गुजरात बनने के बाद से कांग्रेस 1995 तक अपनी सरकार बनाती आई, हालांकि 1975 से 1977 के बीच देश में आपातकाल के दौरान कांग्रेस का जनाधार घटा। मगर बाद में कांग्रेस ने गुजरात में 1980 से लेकर 1994 तक फिर अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखी।

1995 के विधानसभा चुनावों में भाजपा को मिला मौका

वर्ष 1995 के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को गुजरात की जनता का साथ मिला और बड़ी जीत के साथ केशूभाई पटेल मुख्यमंत्री बने। हालांकि 1996 से 1998 तक सत्ता में राष्ट्रीय जनता पार्टी भी आई, मगर 1998 में केशूभाई पटेल एक बार फिर मुख्यमंत्री बनकर उभरे। वर्ष 2001 में नरेंद्र मोदी के हाथ में राज्य की बागडोर आई और वह 2014 तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे। इसके बाद आनंदीबेन पटेल ने राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री के तौर पर सत्ता संभाली, 2016 में आनंदीबेन की जगह विजय रूपाणी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।

ऐसा है गुजरात की गणित?

गुजरात विधानसभा चुनाव 2017 में 182 सीटों के लिए मतदान हुआ। पहले चरण में जहां 89 सीटों के लिए मतदान हुआ, वहीं दूसरे चरण में 93 सीटों के लिए। दोनों चरणों में 1828 उम्मीदवारों का फैसला अब सोमवार यानि 18 दिसंबर को होना है। इस विधानसभा चुनाव के नतीजों पर सभी की नजरें टिकी हैं, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य में भाजपा और कांग्रेस के बीच जर्बदस्त राजनीतिक टक्कर देखने को मिली है। दोनों ही पार्टियों ने जातीय समीकरण साधने की कोशिश की है, अब देखना यह है कि गुजरात से कौन विजयी रथ में सवार होता है।

एग्जिट पोल में भाजपा को बहुमत

दूसरी ओर मतदान के बाद सामने आए एग्जिट पोल में भाजपा को बहुमत मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है। न्यूज 24-टुडे चाणक्य के एग्जिट पोल के अनुसार, भाजपा के खाते में 135 सीटें जाती दिखाई दे रही हैं, जबकि कांग्रेस के खाते में 47 सीटें। वहीं टाइम्स नाऊ के वीएमआर एग्जिट पोल के मुताबिक, भाजपा को 113 सीटें मिलने की संभावना है, जबकि कांग्रेस को 66 सीटें। इसके अलावा 3 सीटें अन्य के खाते में जाने का अनुमान है। दूसरी ओर न्यूज 18-सी वोटर के एग्जिट पोल के अनुसार, भाजपा के खाते में 108 और कांग्रेस के खाते में 74 सीटें आने की संभावना जताई जा रही है।

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