बाराबंकी जिले में शौचालय निर्माण में हो रही मानकों की अनदेखी

Update: 2017-10-24 18:34 GMT
शौचालय निर्माण

श्रवण चौहान/कम्युनिटी जॉर्नलिस्ट

बाराबंकी। सरकार स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत अक्टूबर 2018 तक पूरे देश को खुले में शौच से मुक्त बनाने की दिशा में काम कर रही है। वहीं सरकारी अफसर ही उसकी मंशा पर पानी फेर रहे हैं।

बाराबंकी जिला मुख्यालय से लगभग 28 किलोमीटर दूरी पर विकासखंड सिद्धौर की ग्राम पंचायत इनायतपुर के ग्राम तुनिहा में शौचालय निर्माण करने में एक बड़ा घोटाला सामने आया, जिसमें शौचालय निर्माण में ग्राम विकास अधिकारी व ग्राम प्रधान की मिलीभगत से ग्रामीणों को चूना लगाया जा रहा है। यहां ग्राम विकास अधिकारी व ग्राम प्रधान मानक को ताख पर रखकर शौचालय निर्माण करा रहे हैं।

ये भी पढ़ें- बाराबंकी जिले में शौचालय निर्माण में हो रहा खेल

तुनिहा निवासी सुनील कुमार ने बताया, “हम लोगों को तो जानवर की नजर से देखा जाता है क्योंकि हम लोग तो एक कठपुतली की तरह हैं जो चाहे वह करते हैं और जहां बताते हैं वहां नाचना पड़ता है आखिर हम क्या कर सकते हैं।” शौचालय निर्माण में न तो एक भी परसेंट मौरंग डाली जाती है और न ही शौचालय निर्माण में प्रयोग होने वाला ईंट सही है और शौचालय निर्माण में प्रयोग होने वाला मसाला सात-एक का बनाया जा रहा है।

हमने पहले दिन वहां खुद जाकर शौचालय का निर्माण कराया था और निर्देश दिए थे कि सभी शौचालय मानक के अनुरूप ही बनेंगे, लेकिन अगर निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है तो मामले की जाँच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। 
नरेंद्र कुमार श्रीवास्तव एडीओ पंचायत, सिद्धौर

तुनिहा निवासी सरस्वती का कहना है, “हमने तो प्रधान से कहा था कि हम लोग अपने हाथों से शौचालय निर्माण कर आएंगे, जिससे हमारे शौचालय पूरी तरह से मजबूत रहें लेकिन इस पर हमको धमकी दी गई कि जो मिल रहा है वह बनवाओ अन्यथा जो बन रहा है वह भी नहीं मिलेगा। इसलिए जैसा ही बन रहा है मैं वैसा बनवा रही हूं बाद में इसमें कंडे रखेंगे।”

ये भी पढ़ें- यूपी में शौचालय निर्माण पर आसमान से नज़र

Similar News