“साल 2050 तक भारत में होंगे सबसे ज़्यादा मुसलमान, कम होंगे नास्तिक”

Update: 2017-03-02 22:28 GMT
जामा मस्जिद, नई दिल्ली। फोटो- साभार

अमेरिका की सबसे बड़ी रिसर्च एजेंसी ‘प्यू रिसर्च सेंटर’ की हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2050 तक भारत, पूरी दुनिया में सबसे ज़्यादा मुस्लिम आबादी वाला देश हो जाएगा। इस की वजह ये बताई गयी है कि बाकी मज़हबों को मानने वालों के मुकाबले मुसलमानों में युवाओं की तादाद सबसे ज़्यादा है। भारत में इस्लाम मज़हब को मानने वालों की आसत उम्र तीस साल आंकी गई है। रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि दुनिया में इस्लाम को मानने वालों की तादाद सबसे तेज़ी से बढ़ रही है। अमेरिका समेत कई देशों में इस्लाम को मानेन वालों की संख्या में सबसे तेज़ इज़ाफा हो रहा है। ग़ौरतलब है कि फिलहाल दुनिया में सबसे ज़्यादा इसाई धर्म को मानने वाले लोग हैं, इसके बाद दूसरा नंबर इस्लाम को मानने वालों का है। द फ्यूचर ऑफ वर्ल्ड रिलीजन रिपोर्ट में कहा गया है

“2010 में दुनिया में 1.6 अरब मुस्लिम और 2.17 अरब क्रश्चियन थे। अगर दोनों धर्म अपनी मौजूदा ग्रोथ रेट के हिसाब से बढ़ते रहे तो 2070 तक इस्लाम के मानने वालों की तादाद क्रश्चियंस से ज्यादा होगी।” 
प्यू रिसर्च सेंटर 

इस रिपोर्ट ने ये भी दावा किया है कि साल 2050 तक इस्लाम को मानने वालों की तादाद तीस करोड़ पहुंच जाएगी, लेकिन फिर भी भारत में हिंदूं धर्म को मानने वाले ही बहुसंख्यक रहेंगे, क्योंकि इस बीच इनकी जनसंख्या भी बढ़ेगी।

दुनिया से कम हो जाएंगे नास्तिक

सोर्स - इंटरनेट

इसी रिपोर्ट ने ये भी दावा किया है कि यूरोप और अमेरिका में साल 2050 तक भगवान को न मानने वालों की तादाद में कमी आएगी। साल 2050 तक दुनिया में नास्तिकों की संख्या 13.2 फीसदी रह जाएगी जोकि अभी 16.4% है।

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