'मेरे पहुँचने से पहले शुरू हो जाती है क्लास'

लकी सिंह उत्तर प्रदेश जिला बलरामपुर में कंपोजिट विद्यालय में शिक्षिका हैं, उनके क्लास में पहुँचने से पहले बच्चे पढ़ना शुरू कर देते हैं, यही नहीं अब तो बच्चों की एक टोली रोज स्कूल न आने पर बच्चों को स्कूल लेकर आती है।

Update: 2023-08-21 06:33 GMT

स्कूल की घंटी बजते ही मेरी क्लास शुरू हो जाती है मैं क्लास में रहूँ, या ना रहूँ, लेकिन मेरी क्लास हमेशा चलती रहती है। इसका सबसे बड़ा कारण है, मेरे क्लास का एक बच्चा है निरंजन।

निरंजन को जैसे पता चल जाता था क्लास का समय हो गया है, और मैम क्लास में नहीं हैं तो वो खुद बच्चों के साथ मिलकर क्लास सम्भाल लेता था। उसकी बारीक़ नज़र होती थी मैम क्या पढ़ा रहीं हैं आगे क्या पढ़ाना है, ये सारी जानकारी उसे समय से होती है अभी वो क्लास 7 में पढ़ता है। निरंजन बच्चों को सारी चीज़ें पहले ही पढ़ा देता था अगर मैं ज़रा सा भी देर होती थी तो मुझे फिर नहीं समझाना होता था।

बाकी टीचर कहते हैं कि मैम आप क्लास में हो या ना हो क्लास तो हमेशा चलती है। हमारे स्कूल की रसोइया हैं, उनका बच्चा स्कूल ही नहीं आना चाहता था, जिसका नाम उमेश है 7वीं क्लास में पढ़ता है, रोज़ कहीं न कहीं घूमने निकल जाता था, फिर स्कूल आकर हमारे स्कूल की रसोइया रोज़ कहती थी कि मैडम जी मेरे बेटे को समझाओ बहुत बदमाश हो गया है, किसी की बात नहीं सुनता, स्कूल भी नहीं आता है मैं तो समझा कर थक गई हूँ।


मैंने उनको कुछ दिन कहा ठीक है लेकिन वो बहुत परेशान थी फिर मैंने स्कूल के कुछ बच्चों से पूछा आप लोग उसको पकड़ सकते हो ? मेरी मदद कर सकते हो ? तो बच्चो ने बोला हा मैम हम पकड़ लेंगे। सारे बच्चो ने मिलकर उसको पकड़ा और हमने उसको समझाया फिर वो धीरे-धीरे स्कूल आने लगा।

एक बच्चे को सुधारकर लगा अब सभी बच्चों को ऐसे ही सुधारेंगे, फिर मैंने ग्रुप बनाया जिसका नाम हमने बच्चो की टोली रखा। जो बच्चा स्कूल नहीं आता है उसको ले आने के लिए बच्चो की टोली जाती है। बच्चो की टोली में थोड़े बड़े बच्चे रखे गये हैं, जिनका काम बच्चो को पकड़ना और स्कूल ले आना होता है, जिसमें बाकी बच्चे हेल्प करते हैं।

आप भी टीचर हैं और अपना अनुभव शेयर करना चाहते हैं, हमें connect@gaonconnection.com पर भेजिए

साथ ही वीडियो और ऑडियो मैसेज व्हाट्सएप नंबर +919565611118 पर भेज सकते हैं।

Full View

Similar News