यूपी में पहले चरण के प्रचार का आखिरी दिन आज, 73 सीटों के लिए ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं अखिलेश, राजनाथ समेत कई दिग्गज

Update: 2017-02-09 13:24 GMT
15 जिलों की 73 सीटों पर 11 को होगा मतदान।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा में चुनाव के पहले चरण के लिए आज प्रचार थम जाएगा। प्रचार के आखिरी दिन सभी दलों ने ताकत झोंक दी है। पहले चरण में 11 फरवरो को 15 जिलों की 73 सीटों पर वोट डाले जाएंगे।

सत्ता में वापसी के लिए कोशिशों में जुटी सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आज ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं। दोपहर में उऩ्होंने मथुरा रैली में बीजेपी और बीएसपी पर जमकर निशाना साधा। अखिलेश ने कहा कि मूर्तियों में अरबों रुपये बर्बाद करने वाली ‘सरकार’ अब वो कह रही है कि मूर्तियां नहीं बनाएंगे। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सपा की ही सरकार बनेगी। अखिलेश इसके हवाला हाथरस में भी रैली करेंगे। वो अलीगढ़ में सभाओं को संबोधित करेंगे।

अलीगढ़ में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी जनसभा को संबोधित किया। राहुल ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि इऩ्होंने पूरे देश को झाडु पकड़वा दी, क्या पूरा भारत साफ हो गया। साथ ही नोटबंदी पर भी उन्होंने केंद्र सरकार को घेरा।

य़े भी कर रहे हैं रैलियां

बड़ौत समेत पश्चिमी यूपी की कई विधानसभा सीटों पर रालोद के लिए जयंत चौधरी वोट मांग रहे हैं। बड़ौत में उन्होंने राष्ट्रीय लोकदल प्रत्याशी के समर्थन में पैदल यात्रा कर वोट मांगे।

किसकी कहां पर रैली

  1. -राहुल गांधी की आज अलीगढ़ में रैली है.
  2. -अखिलेश यादव आज हाथरस में रैली करेंगे.
  3. -हाथरथ में ही आज राजनाथ सिंह भी लोगों से वोट देने की अपील करेंगे.
  4. -बीजेपी नेता उमा भारती मैनपुरी में रैली करेंगी.
  5. -बीजेपी नेता योगी आदित्यनाथ शाहजहांपुर और जलालाबाद में वोटरों वोट मांगेंगे.
  6. इसके अलावा कानुपर में अखिलेश यादव और राहुल गांधी की साझा रैली भी आज होने जा रही है।
  7. AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी आज अमरोहा में रैली करेंगे।

पश्चिमी उत्तर में मुस्लिमों की अच्छी खासी तादाद है। इस इलाके में लगभग तीन साल पहले दंगों का दंश झेल चुके मुजफ्फरनगर और शामली जैसे इलाके भी आते है। ऐसे में मुस्लिमों का वोट हासिल करने के लिए तमाम राजनेताओं ने आज प्रचार के आखिरी दिन पूरा जोर लगाने का फैसला किया है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 73 सीटों पर 27 फीसदी मुसलमान वोटरों के बाद 17 फीसदी वोटों के साथ सबसे निर्णायक वोटर है। यहां के 10 से ज्यादा जिलों में जाट आबादी 40 प्रतिशत से ऊपर है। ऐसे में जाटलैँड के नाम से पहचान रखने वाला यह क्षेत्र सभी पार्टियों के निशाने पर है। 73 सीटों में से 2012 में 11 सीटें बीजेपी की खाते में गई थीं, जबकि लोकसभा चुनाव में सभी सीटें बीजेपी को मिली थीं।

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