उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 में बीजेपी को मिले प्रचंड बहुमत ने बसपा और सपा-कांग्रेस के समर्थकों को उदास कर दिया है। चुनावी नतीजों के आते ही मायावती ने प्रेस कॉंफ्रेंस कर के ईवीएम मशीनों में घपलेबाज़ी का आरोप भी लगा दिया। बसपा सु्प्रीमो का वो आरोप उस वक्त भले बहुत ज़्यादा संजीदगी से नहीं लिया गया हो लेकिन धीरे-धीरे ईवीएम के खिलाफ समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने बगावती तेवर अपना लिये हैं। इसी बीच वॉट्सऐप और फेसबुक पर भी कई ‘फेक मैसेज’ भी वायरल होने लगे हैं।
ज़्यादातर मैसेज में एक ही नंबर दिया गया है। नंबर है 8303-501-000 कहा जा रहा है कि इस नंबर पर कॉल करें तो ईवीएम से हुए चुनाव रद्द हो जाएंगे। सवाल ये उठता है कि ये नंबर आखिर है किसका। जब गाँव कनेक्शन ने इस बारे में पड़ताल की तो पता चला कि ये नंबर बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश कार्यालय का है। हमें पता चला कि कई साल पहले इसी नंबर पर मिस्ड कॉल देकर बसपा की सदस्यता दी जा रही थी। हमें कुछ पुराने ट्वीट्स भी मिले, जिनमें यही नंबर दिया गया था।
हैरानी की बात ये है कि अब ये नंबर सिर्फ बसपा के कार्यकर्ता नहीं बल्कि कई दूसरे लोग भी एक दूसरे को भेज रहे हैं। ये मैसेज ट्वीटर, फेसबुक और वाट्सऐप हर तरफ वायरल हो गया है। हमने कुछ और लोगों के ट्वीट्स भी देखें जिनमें यही बात कही गई है। ये वो लोग हैं जो मानते हैं कि चुनाव आयोग को ईवीएम मशीनों के अलावा बैलट पेपर से चुनाव कराने चाहिए।
हम आपको बता दें कि फिलहाल ईवीएम को लेकर ऐसा कोई शक नहीं ज़ाहिर किया गया है। अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग से इस बारे में शिकायत ज़रूर की थी लेकिन चुनाव आयोग ने अपना रुख साफ करते हुए कहा
भारत के चुनाव आयोग द्वारा जारी ईवीएम’ में छेड़छाड़ नहीं हो सकने का पूरा विश्वास है और पूरे देश के मतदाताओं को आश्वस्त किया जाता है कि मशीनों का दुरुपयोग नहीं किया जा सकताचुनाव आयोग