यूपी के सचिन सारेगामापा में बिखेरेंगे जलवे

Update: 2016-04-19 05:30 GMT
गाँव कनेक्शन

भारत के छोटे शहरों में हुनर बहुत है ज़रूरत है तो बस उसे तराशने की। लखीमपुर खीरी के शाहपुरा कोठी मोहल्ले से ताल्लुक रखने वाले सचिन कुमार ने न सिर्फ अपने हुनर की पहचान की बल्कि उसे एक प्लैटफॉर्म दिलाया। सचिन ने सारेगामापा के नए सीजन में टॉप 12 प्रतिभागियों के बीच अपनी जगह बनाई है। इस दौरान लखनऊ पहुंचे सचिन ने अपने करियर और आगे के प्लान के बारे में बताया- 

जीतने से ज्यादा सीखना मायने रखता है

सचिन ने बताया कि सोचा नहीं था कि छोटे शहर का एक साधारण लड़का इस मुकाम पर पहुंच जाएगा। मेरे लिए सारेगामापा में जीत से ज्यादा मायने रखता है कि मैं यहां काफी कुछ सीख सकता हूं। यहां इतने प्रतिभाशाली ट्रेनर और जज हैं जिनसे मैं संगीत की जानकारियां लूंगा। 

पढ़ाई छूटी लेकिन संगीत से रुझान कम नहीं हुआ 

सचिन के पिता नगर निगम में कर्मचारी हैं जबकि उनकी मां एक गृहणी हैं। सचिन ने बताया कि वे अपने परिवार के आशीर्वाद की वजह से यहां तक पहुंचे हैं। सचिन के जीवन में काफी कठिनाइयां भी आईं। वे बताते हैं कि परिवार की माली हालत ठीक न होने की वजह से उन्हें नौंवी कक्षा के बाद अपनी पढ़ाई भी छोड़नी पड़ी थी लेकिन संगीत से रुझान कम नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने आखिरी साल अपना हाईस्कूल पूरा किया। इस बीच स्कूल में बच्चों को संगीत की शिक्षा भी दी। सचिन ने बताया जहां तक बात संगीत सीखने की है तो मैंने बस एक साल ही इसे सीखा होगा, जब तक फीस भरी बस तभी तक। बाकी खाली समय मैं खुद रियाज करता था।

प्लेबैक सिंगर बनना चाहते हैं

शास्त्रीय संगीत में निपुण सचिन ने बताया कि अब उनका मकसद बॉलीवुड में प्लेबैक सिंगर बनने का है। इससे पहले वह करीब 15-20 बार अलग-अलग रियलिटी शो के लिए ऑडिशन दे चुके हैं। हालांकि सचिन नए जमाने के पॉप और रीमिक्स संस्कृति को अपनाना नहीं चाहते। सचिन कहते हैं कि उन्हें रैप और रीमिक्स वाले गाने समझ नहीं आते हैं।

रिपोर्टर - शेफाली श्रीवास्तव

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