पशु चिकित्सा क्षेत्र में बनाएं कॅरियर
पशुओं के इलाज के साथ ही बतौर पशु चिकित्सक कर सकते हैं अच्छी कमाई
लखनऊ। अगर आप जानवरों से प्रेम करते हैं और उनकी सेवा करना चाहते हैं तो आप पशु चिकित्सा के क्षेत्र में अपना अच्छा भविष्य बना सकते हैं। पशुओं के इलाज के साथ ही बतौर पशु चिकित्सक अच्छी कमाई भी कर सकते हैं। इस क्षेत्र में कॅरियर बनाने की दिशा में गाँव कनेक्शन संवाददाता ने इलाहाबाद के पशु चिकित्सक डॉ. कुंदन कुमार से खास बातचीत की।
डॉ. कुन्दन बताते हैं, "पशु चिकित्सक बनने के लिए किसी भी छात्र को सबसे पहले पशु चिकित्सक के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा को पास करना जरूरी होता है, पहले यह परीक्षा ऑल इण्डिया प्री वेटनरी टेस्ट के नाम से होती थी, पर अब इसमे आंकलन नेशनल एलीजिबिलिटी कम इन्ट्रेन्स टेस्ट (नीट) में आए अंकों के आधार पर किया जाता है। पूरे भारत में 15 प्रतिशत सीटों पर एडमिशन के लिए इस परीक्षा को कराया जाता है।"
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उन्होंने आगे बताया, "इस परीक्षा के दौरान बैचलर ऑफ एनिमल साइंस एण्ड एनिमल हस्बेन्ड्री कोर्स में एडमिशन लिया जाता है। यह कोर्स साढ़े पांच वर्ष का कोर्स होता है, इसमें एक साल की इन्टर्नशिप को भी शामिल किया गया है। छात्र ज्यादा जानकारी के लिए वेटनरी काउंसिल ऑफ इण्डिया की वेबसाइट http://www.aipvt.vci.nic.in/ पर विजिट कर सकते हैं।"
"इस कोर्स के दौरान फीस हर संस्थान के हिसाब से अलग-अलग होती है। कोर्स करने के बाद छात्र किसी भी सरकार के द्वारा चलाये जा रहे वेटनरी अस्पतालों में जॉब के लिए आवेदन कर सकते हैं। वेटनरी काउंसलिग ऑफ इण्डिया (वीसीआई) के तहत लाइसेंस मिलने पर अगर वह चाहे तो प्राइवेट प्रैक्टिस भी कर सकते हैं। इसके लिए छात्र को पहले से ही वीसीआई में रजिस्ट्रेशन कराना होता है।" डॉ. कुन्दन ने आगे बताया।
बन सकते हैं वेटनरी फार्मासिस्ट
डॉ. कुंदन ने बताया, "इसके अलावा छात्र डिप्लोमा कोर्सेज भी कर सकते हैं, जो कि कम समय के होते हैं। ये कोर्सेज कुछ कॉलेजों के द्वारा निर्धारित किए जाते हैं।" आगे बताया, "डिप्लोमा के लिए छात्र वेटनरी लाइफ स्टॉक डिप्लोमा और वेटनरी फार्मेसी की परीक्षा को दे सकते हैं। वेटनरी फार्मेसी में डिप्लोमा कर के छात्र वेटनरी फार्मासिस्ट बन सकते हैं। डिप्लोमा के तहत छात्र को पैरा वेट माना जाता है। पैरा वेट, वेटनरी की तरह ही काम कर सकते हैं, लेकिन उन्हें जानवरों के सर्जरी की अनुमति नही मिलती है। साथ ही डिप्लोमा के छात्र वेटनरी डाक्टरों के साथ असिस्टेन्ट का काम कर सकते हैं।" वह बताते हैं, "पैरा वेट के तौर पर 20-25 हजार तक कमाई की जा सकती है।"
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यह होनी चाहिए योग्यता
इस नीट की परीक्षा के लिए छात्र की न्यूनतम उम्र 17 वर्ष होनी चाहिए। सामान्य वर्ग के छात्रों के लिए इण्टरमीडिएट में 50 प्रतिशत होना चाहिये, वहीं अन्य वर्ग के लिए इसे 40 प्रतिशत होना चाहिए। इस दौरान छात्र का इण्टरमीडिएट में बायोलॉजी, केमेस्ट्री और भौतिक विज्ञान से होना आवश्यक है।
ये कोर्सेस हैं उपलब्ध
- बैचलर ऑफ एनिमल साइंस एण्ड एनिमल हस्बेन्ड्री (5 साल)
- मास्टर ऑफ वेटनरी साइंस (2 साल
- डिप्लोमा इन वेटनरी फार्मेसी (2 साल)
मुख्य संस्थान
- इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट, बरेली यूपी
- नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट, करनाल
- कॉलेज ऑफ वेटरनरी एंड एनिमल सांइस, बिकानेर
- मद्रास वेटरनरी कॉलेज, चेन्नई
- खालसा कॉलेज ऑफ वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज, पंजाब
- इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टीट्यूटस कोलकाता
- आनंद एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, आनंद, गुजरात