By Gaon Connection
ग्रामीण परिवारों को सशक्त बनाने और टिकाऊ विकास सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने 125 दिन मजदूरी रोजगार की गारंटी वाला ऐतिहासिक विधेयक पेश किया।
ग्रामीण परिवारों को सशक्त बनाने और टिकाऊ विकास सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने 125 दिन मजदूरी रोजगार की गारंटी वाला ऐतिहासिक विधेयक पेश किया।
By Divendra Singh
गंगोत्री नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण ने उत्तराखंड की संवेदनशील गंगोत्री घाटी को संकट में डाल दिया है। सदियों पुराने देवदार, भूस्खलन का बढ़ता खतरा और स्थानीय लोगों की ज़रूरतें, सवाल सिर्फ सड़क का नहीं, बल्कि हिमालय की सहनशीलता, आपदाओं के खतरे और विकास की दिशा का है।
गंगोत्री नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण ने उत्तराखंड की संवेदनशील गंगोत्री घाटी को संकट में डाल दिया है। सदियों पुराने देवदार, भूस्खलन का बढ़ता खतरा और स्थानीय लोगों की ज़रूरतें, सवाल सिर्फ सड़क का नहीं, बल्कि हिमालय की सहनशीलता, आपदाओं के खतरे और विकास की दिशा का है।
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By Divendra Singh
संवाद केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक एहसास है, जहाँ कोई मंच पर बोलता है, तो वह सिर्फ अपने समुदाय की बात नहीं करता, वह अपने पुरखों की धड़कनें, जंगलों की खुशबू और अपनी मिट्टी की स्मृतियाँ साथ लेकर आता है।
संवाद केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक एहसास है, जहाँ कोई मंच पर बोलता है, तो वह सिर्फ अपने समुदाय की बात नहीं करता, वह अपने पुरखों की धड़कनें, जंगलों की खुशबू और अपनी मिट्टी की स्मृतियाँ साथ लेकर आता है।
By Manvendra Singh
By Gaon Connection
भारत की पहली डिजिटल समुद्री मत्स्य जनगणना शुरू हो गई है। ‘व्यास भारत’ और ‘व्यास सूत्र’ जैसे मोबाइल ऐप्स के ज़रिए 13 तटीय राज्यों के 12 लाख मछुआरा परिवारों की जानकारी जुटाई जाएगी। ड्रोन सर्वे और रियल-टाइम डेटा ट्रैकिंग से यह अभियान मत्स्य क्षेत्र में पारदर्शिता, सटीकता और तकनीकी प्रगति का नया अध्याय बनेगा।
भारत की पहली डिजिटल समुद्री मत्स्य जनगणना शुरू हो गई है। ‘व्यास भारत’ और ‘व्यास सूत्र’ जैसे मोबाइल ऐप्स के ज़रिए 13 तटीय राज्यों के 12 लाख मछुआरा परिवारों की जानकारी जुटाई जाएगी। ड्रोन सर्वे और रियल-टाइम डेटा ट्रैकिंग से यह अभियान मत्स्य क्षेत्र में पारदर्शिता, सटीकता और तकनीकी प्रगति का नया अध्याय बनेगा।
By Manoj Bhawuk
छठ पूजा की सबसे बड़ी सुंदरता इसकी लोकभाषा और लोक-संगीत में है। छठी मइया को गीतों में संवाद पसंद है, संस्कृत के गूढ़ मंत्रों में नहीं। यही कारण है कि घर से घाट तक की यात्रा गीतों से भरी होती है
छठ पूजा की सबसे बड़ी सुंदरता इसकी लोकभाषा और लोक-संगीत में है। छठी मइया को गीतों में संवाद पसंद है, संस्कृत के गूढ़ मंत्रों में नहीं। यही कारण है कि घर से घाट तक की यात्रा गीतों से भरी होती है
By Divendra Singh
हमारे ख़ास कार्यक्रम 'मत छोड़िए गाँव' में कृषि विज्ञान केंद्र सीतापुर की गृह वैज्ञानिक डॉ रीमा बता रहीं हैं कि कैसे आप "पोषण वाटिका" यानि किचन गार्डन शुरू कर सकते हैं, जो न केवल कुपोषण से बचाव करेगा बल्कि आपको ताजा और पौष्टिक सब्जियों भी मिलती रहेंगी। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए उपयोगी है जो शहरी क्षेत्रों में रहते हैं और अपनी बालकनी या छत पर सब्जियाँ उगाना चाहते हैं, साथ ही ग्रामीण लोग अपनी आय को बढ़ाने के लिए इसे अपना सकते हैं।
हमारे ख़ास कार्यक्रम 'मत छोड़िए गाँव' में कृषि विज्ञान केंद्र सीतापुर की गृह वैज्ञानिक डॉ रीमा बता रहीं हैं कि कैसे आप "पोषण वाटिका" यानि किचन गार्डन शुरू कर सकते हैं, जो न केवल कुपोषण से बचाव करेगा बल्कि आपको ताजा और पौष्टिक सब्जियों भी मिलती रहेंगी। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए उपयोगी है जो शहरी क्षेत्रों में रहते हैं और अपनी बालकनी या छत पर सब्जियाँ उगाना चाहते हैं, साथ ही ग्रामीण लोग अपनी आय को बढ़ाने के लिए इसे अपना सकते हैं।
By गाँव कनेक्शन
The project, which seeks to connect rural artisans, craftspersons and other creative artists with the urban markets, was launched in Chhattisgarh's Bastar district in the presence of Chief Minister Bhupesh Singh Baghel and Bastar District Magistrate Rajat Bansal. Details here.
The project, which seeks to connect rural artisans, craftspersons and other creative artists with the urban markets, was launched in Chhattisgarh's Bastar district in the presence of Chief Minister Bhupesh Singh Baghel and Bastar District Magistrate Rajat Bansal. Details here.
By Pankaja Srinivasan
A rural development society in the ancient village of Anegundi, Karnataka, uses locally sourced banana crop waste to make baskets, floor mats, table runners and lampshades. It trains rural women in various skills and enables them to start and run their own businesses.
A rural development society in the ancient village of Anegundi, Karnataka, uses locally sourced banana crop waste to make baskets, floor mats, table runners and lampshades. It trains rural women in various skills and enables them to start and run their own businesses.