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जलवायु बदल रही है, बीमारियाँ भी: ज़ूनोटिक रोगों पर बढ़ता मौसम का असर
जलवायु बदल रही है, बीमारियाँ भी: ज़ूनोटिक रोगों पर बढ़ता मौसम का असर

By Divendra Singh

जलवायु परिवर्तन सिर्फ मौसम को नहीं, बल्कि जानवरों से इंसानों में फैलने वाली बीमारियों के खतरे को भी गहराई से प्रभावित कर रहा है। दुनिया भर के 200 से अधिक अध्ययनों के विश्लेषण से पता चलता है कि तापमान, बारिश और नमी ज़ूनोटिक रोगों के फैलाव में अहम भूमिका निभाते हैं, हालांकि यह प्रभाव हर बीमारी और हर क्षेत्र में अलग-अलग दिखाई देता है। यह शोध भविष्य की महामारी तैयारियों के लिए एक अहम चेतावनी है।

जलवायु परिवर्तन सिर्फ मौसम को नहीं, बल्कि जानवरों से इंसानों में फैलने वाली बीमारियों के खतरे को भी गहराई से प्रभावित कर रहा है। दुनिया भर के 200 से अधिक अध्ययनों के विश्लेषण से पता चलता है कि तापमान, बारिश और नमी ज़ूनोटिक रोगों के फैलाव में अहम भूमिका निभाते हैं, हालांकि यह प्रभाव हर बीमारी और हर क्षेत्र में अलग-अलग दिखाई देता है। यह शोध भविष्य की महामारी तैयारियों के लिए एक अहम चेतावनी है।

जलवायु संकट की नई मार: ज़हरीले साँपों के बदलते हॉटस्पॉट और बढ़ती मौतें
जलवायु संकट की नई मार: ज़हरीले साँपों के बदलते हॉटस्पॉट और बढ़ती मौतें

By Divendra Singh

भारत में सर्पदंश पहले ही हर साल लाखों लोगों को प्रभावित करता है और अब जलवायु परिवर्तन इस संकट को और बढ़ाने वाला है। नए क्षेत्रों में हॉटस्पॉट उभरेंगे, पुराने खत्म होंगे, और बिग फोर ज़हरीले साँप उन इलाकों तक पहुँचेंगे जहाँ आज लोग उनसे अनजान हैं।

भारत में सर्पदंश पहले ही हर साल लाखों लोगों को प्रभावित करता है और अब जलवायु परिवर्तन इस संकट को और बढ़ाने वाला है। नए क्षेत्रों में हॉटस्पॉट उभरेंगे, पुराने खत्म होंगे, और बिग फोर ज़हरीले साँप उन इलाकों तक पहुँचेंगे जहाँ आज लोग उनसे अनजान हैं।

साँप क्यों बदल रहे हैं अपने ठिकाने?
साँप क्यों बदल रहे हैं अपने ठिकाने?

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पहाड़ों की बर्फ़ पिघल रही है, नदियाँ रास्ते बदल रही हैं, मौसम अनिश्चित हो रहा है, लेकिन इसके बीच एक और बदलाव छिपा है… ज़हरीले साँपों का बदलता संसार।

पहाड़ों की बर्फ़ पिघल रही है, नदियाँ रास्ते बदल रही हैं, मौसम अनिश्चित हो रहा है, लेकिन इसके बीच एक और बदलाव छिपा है… ज़हरीले साँपों का बदलता संसार।

बेमौसम बारिश से बचाएगी मूंगफली की नई जीनोमिक खोज
बेमौसम बारिश से बचाएगी मूंगफली की नई जीनोमिक खोज

By Gaon Connection

बेमौसम बारिश से मूंगफली की फसल को होने वाले भारी नुकसान से अब राहत मिल सकती है। ICRISAT की नई जीनोमिक खोज ने ऐसी किस्मों का रास्ता खोला है, जो कटाई से पहले अंकुरण को रोक सकती हैं।

बेमौसम बारिश से मूंगफली की फसल को होने वाले भारी नुकसान से अब राहत मिल सकती है। ICRISAT की नई जीनोमिक खोज ने ऐसी किस्मों का रास्ता खोला है, जो कटाई से पहले अंकुरण को रोक सकती हैं।

मध्य हिमालय में संकट का सायरन: आने वाले दशकों में 100 साल वाली बाढ़ हर 5 साल में लौटेगी
मध्य हिमालय में संकट का सायरन: आने वाले दशकों में 100 साल वाली बाढ़ हर 5 साल में लौटेगी

By Gaon Connection

मध्य हिमालय में बारिश का पैटर्न बदल चुका है, कुछ घंटों में महीनों जितनी बारिश, और नदियाँ पहले से अधिक उफनती हुई। नई वैज्ञानिक स्टडी चेतावनी देती है कि आने वाले दशकों में बाढ़ सिर्फ बढ़ेगी ही नहीं, बल्कि पहाड़ों की ज़िंदगी की दिशा ही बदल देगी।

मध्य हिमालय में बारिश का पैटर्न बदल चुका है, कुछ घंटों में महीनों जितनी बारिश, और नदियाँ पहले से अधिक उफनती हुई। नई वैज्ञानिक स्टडी चेतावनी देती है कि आने वाले दशकों में बाढ़ सिर्फ बढ़ेगी ही नहीं, बल्कि पहाड़ों की ज़िंदगी की दिशा ही बदल देगी।

Winter Pollution Alert: सर्दियों में हवा क्यों बन जाती है ज़हर? जानें कैसे बढ़ाएं इम्यूनिटी और बचाव के उपाय
Winter Pollution Alert: सर्दियों में हवा क्यों बन जाती है ज़हर? जानें कैसे बढ़ाएं इम्यूनिटी और बचाव के उपाय

By Preeti Nahar

सर्दियों की हवा इतनी ज़हरीली क्यों हो जाती है? कौन-कौन सी खतरनाक बीमारियाँ हमारे शरीर में चुपचाप घर कर लेती हैं? और सबसे ज़रूरी हम खुद और अपने परिवार को इस जहरीली हवा से कैसे बचा सकते हैं? ये जानिए King George Medical University, लखनऊ के पल्मोनरी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) वेद प्रकाश से।

सर्दियों की हवा इतनी ज़हरीली क्यों हो जाती है? कौन-कौन सी खतरनाक बीमारियाँ हमारे शरीर में चुपचाप घर कर लेती हैं? और सबसे ज़रूरी हम खुद और अपने परिवार को इस जहरीली हवा से कैसे बचा सकते हैं? ये जानिए King George Medical University, लखनऊ के पल्मोनरी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) वेद प्रकाश से।

COP30 : जलवायु पर दुनिया की सबसे बड़ी बैठक, लेकिन इसका सबसे बड़ा असर भारत के गाँवों पर क्यों पड़ेगा?
COP30 : जलवायु पर दुनिया की सबसे बड़ी बैठक, लेकिन इसका सबसे बड़ा असर भारत के गाँवों पर क्यों पड़ेगा?

By Manvendra Singh

जलवायु की जंग में पैसे की कमी: एडेप्टेशन फाइनेंस क्यों पीछे रह गया?
जलवायु की जंग में पैसे की कमी: एडेप्टेशन फाइनेंस क्यों पीछे रह गया?

By Gaon Connection

संयुक्त राष्ट्र की नई रिपोर्ट ने चेतावनी दी है कि दुनिया जलवायु संकट से लड़ने के लिए तैयार नहीं है। विकासशील देशों को हर साल 310 अरब डॉलर की ज़रूरत है, लेकिन मिल रहे हैं सिर्फ़ 26 अरब। अगर अब भी निवेश नहीं बढ़ा, तो आने वाले सालों में सिर्फ़ तापमान ही नहीं, नुकसान भी कई गुना बढ़ जाएगा।

संयुक्त राष्ट्र की नई रिपोर्ट ने चेतावनी दी है कि दुनिया जलवायु संकट से लड़ने के लिए तैयार नहीं है। विकासशील देशों को हर साल 310 अरब डॉलर की ज़रूरत है, लेकिन मिल रहे हैं सिर्फ़ 26 अरब। अगर अब भी निवेश नहीं बढ़ा, तो आने वाले सालों में सिर्फ़ तापमान ही नहीं, नुकसान भी कई गुना बढ़ जाएगा।

COP26: जलवायु न्याय के लिए बांग्लादेश के युवा कार्यकर्ताओं का कड़ा संघर्ष
COP26: जलवायु न्याय के लिए बांग्लादेश के युवा कार्यकर्ताओं का कड़ा संघर्ष

By Rafiqul Islam Montu

बांग्लादेश में, युवा कार्यकर्ता अपने उन लोगों के लिए जलवायु न्याय की मांग कर रहे हैं, जो दुनिया में चक्रवात और बाढ़ जैसी बढ़ती मौसमी घटनाओं से सबसे बुरी तरह प्रभावित हैं। सभी कार्यकर्ताओं की निगाहें स्कॉटलैंड के ग्लासगो में चल रहे जलवायु शिखर सम्मेलन COP26 पर लगी हैं। उन्हें उम्मीद है कि बांग्लादेश में साल दर साल जलवायु परिवर्तन के भयानक प्रभाव को कम करने के लिए सार्थक कदम उठाए जाएंगे।

बांग्लादेश में, युवा कार्यकर्ता अपने उन लोगों के लिए जलवायु न्याय की मांग कर रहे हैं, जो दुनिया में चक्रवात और बाढ़ जैसी बढ़ती मौसमी घटनाओं से सबसे बुरी तरह प्रभावित हैं। सभी कार्यकर्ताओं की निगाहें स्कॉटलैंड के ग्लासगो में चल रहे जलवायु शिखर सम्मेलन COP26 पर लगी हैं। उन्हें उम्मीद है कि बांग्लादेश में साल दर साल जलवायु परिवर्तन के भयानक प्रभाव को कम करने के लिए सार्थक कदम उठाए जाएंगे।

'Amarnath cloudburst like incidents likely to increase due to climate change'
'Amarnath cloudburst like incidents likely to increase due to climate change'

By गाँव कनेक्शन

According to the notes prepared by a climate change awareness group, with the increasing global temperatures, winds can hold more moisture and this increased moisture can lead to increased amount of 'short duration intense rainfall' as in case of a cloudburst.

According to the notes prepared by a climate change awareness group, with the increasing global temperatures, winds can hold more moisture and this increased moisture can lead to increased amount of 'short duration intense rainfall' as in case of a cloudburst.

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