संवाद 2025: जब समुदाय, संस्कृति और धरती की धड़कनें एक सुर में मिलीं
संवाद 2025: जब समुदाय, संस्कृति और धरती की धड़कनें एक सुर में मिलीं

By Divendra Singh

संवाद केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक एहसास है, जहाँ कोई मंच पर बोलता है, तो वह सिर्फ अपने समुदाय की बात नहीं करता, वह अपने पुरखों की धड़कनें, जंगलों की खुशबू और अपनी मिट्टी की स्मृतियाँ साथ लेकर आता है।

संवाद केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक एहसास है, जहाँ कोई मंच पर बोलता है, तो वह सिर्फ अपने समुदाय की बात नहीं करता, वह अपने पुरखों की धड़कनें, जंगलों की खुशबू और अपनी मिट्टी की स्मृतियाँ साथ लेकर आता है।

पीएम मोदी से लेकर नीतीश कुमार : बिहार चुनाव पर नेताओं के बयान वायरल - किसने क्या कहा?
पीएम मोदी से लेकर नीतीश कुमार : बिहार चुनाव पर नेताओं के बयान वायरल - किसने क्या कहा?

By Gaon Connection

बिहार चुनाव 2025 के रुझानों के बीच नेताओं और सेलिब्रिटी उम्मीदवारों के बयान सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं। पीएम मोदी और एनडीए शीर्ष नेतृत्व जीत को सुशासन और विकास की मंजूरी बता रहे हैं, जबकि विपक्ष चुनाव प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठा रहा है।

बिहार चुनाव 2025 के रुझानों के बीच नेताओं और सेलिब्रिटी उम्मीदवारों के बयान सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं। पीएम मोदी और एनडीए शीर्ष नेतृत्व जीत को सुशासन और विकास की मंजूरी बता रहे हैं, जबकि विपक्ष चुनाव प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठा रहा है।

झारखंड में जुटेंगी 150 से अधिक जनजातियाँ, आदिवासी स्वाभिमान का प्रतीक बनेगा ‘संवाद 2025’
झारखंड में जुटेंगी 150 से अधिक जनजातियाँ, आदिवासी स्वाभिमान का प्रतीक बनेगा ‘संवाद 2025’

By Gaon Connection

संवाद (Samvaad) - पिछले 11 वर्षों में एक ऐसा अनोखा मंच बन गया है जो भारत और दुनिया की जनजातियों को संवाद, साझा सीख और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के माध्यम से जोड़ता है। इस वर्ष, संवाद 2025 का आयोजन 15 से 19 नवंबर तक जमशेदपुर में होगा।

संवाद (Samvaad) - पिछले 11 वर्षों में एक ऐसा अनोखा मंच बन गया है जो भारत और दुनिया की जनजातियों को संवाद, साझा सीख और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के माध्यम से जोड़ता है। इस वर्ष, संवाद 2025 का आयोजन 15 से 19 नवंबर तक जमशेदपुर में होगा।

विकास की दौड़ में पीछे छूटती भारतीय संस्कृति
विकास की दौड़ में पीछे छूटती भारतीय संस्कृति

By Dr SB Misra

आधुनिक भारत में हम भले ही तकनीक और विकास की राह पर आगे बढ़ गए हों, पर हमारी नैतिकता, शिक्षा और संस्कृति पीछे छूटती जा रही है। कैसे औपनिवेशिक मानसिकता, अंधी आधुनिकता और मूल्यों का ह्रास आज के समाज, राजनीति और शिक्षा- सबको प्रभावित कर रहा है।

आधुनिक भारत में हम भले ही तकनीक और विकास की राह पर आगे बढ़ गए हों, पर हमारी नैतिकता, शिक्षा और संस्कृति पीछे छूटती जा रही है। कैसे औपनिवेशिक मानसिकता, अंधी आधुनिकता और मूल्यों का ह्रास आज के समाज, राजनीति और शिक्षा- सबको प्रभावित कर रहा है।

कन्नौज में 60 फीसदी गेहूं खरीदकेंद्र घटे, लक्ष्य निर्धारित नहीं
कन्नौज में 60 फीसदी गेहूं खरीदकेंद्र घटे, लक्ष्य निर्धारित नहीं

By Ajay Mishra

राज्यों में प्रचार छोड़, मोदी शासन पर ध्यान दें
राज्यों में प्रचार छोड़, मोदी शासन पर ध्यान दें

By शेखर गुप्ता

बस्ती : सैकड़ों परिवारों का कोई स्थाई पता नहीं
बस्ती : सैकड़ों परिवारों का कोई स्थाई पता नहीं

By गाँव कनेक्शन

सरकार ने विभागों से कहा, पेपररहित बनो, प्रधानमंत्री का पुरस्कार पाओ
सरकार ने विभागों से कहा, पेपररहित बनो, प्रधानमंत्री का पुरस्कार पाओ

By गाँव कनेक्शन

BJP के शासन में दलितों पर हमले बढ़ रहे हैं : शरद यादव
BJP के शासन में दलितों पर हमले बढ़ रहे हैं : शरद यादव

By गाँव कनेक्शन

शादी अनुदान की आस लगाए आवेदकों को मायूसी
शादी अनुदान की आस लगाए आवेदकों को मायूसी

By गाँव कनेक्शन

Follow us
Contact
  • Gomti Nagar, Lucknow, Uttar Pradesh 226010
  • neelesh@gaonconnection.com

© 2025 All Rights Reserved.