यूपी की बेटी को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने किया सम्मानित 

Ashwani Kumar DwivediAshwani Kumar Dwivedi   28 April 2018 1:56 PM GMT

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यूपी की बेटी को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने किया सम्मानित लखनऊ की अंशिका पाण्डेय को सम्मानित करते हुए गृहमंत्री भारत सरकार राजनाथ सिंह

नेशनल ब्रेवरी अवार्ड 2016 से सम्मानित लखनऊ की अंशिका पाण्डेय को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सम्मानित किया। अंशिका को 23 जनवरी 2017 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने नेशनल काउंसिल फॉर चाइल्ड वेलफेयर नेशनल ब्रेवरी अवार्ड 2016 पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

अंशिका पाण्डेय के पिता शशिकांत पाण्डेय ने बताया की दो दिन पहले भाजपा नेता योगेश शुक्ला ने फोन पर सूचित किया कि गृह मंत्री भारत सरकार राजनाथ सिंह अंशिका से मिलना चाहते हैं, आज मिलने के लिए टाइम दिया गया था मुलाकात हुई और उन्होंने प्रतीक चिन्ह देकर अंशिका को सम्मानित किया।

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अंशिका ने देश में बीकेटी का सम्मान बढ़ाया : योगेश शुक्ल

इस मौके पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ मौजूद भाजपा नेता योगेश शुक्ला ने कहा की मैं भी बीकेटी विधान सभा का निवासी हूं और अंशिका भी मूल रूप से वहीं की निवासी हैं, अंशिका ने राष्ट्रीय स्तर पर वीरता पुरस्कार प्राप्त करके बीकेटी का गौरव बढ़ाया है ये हमारे लिए सम्मान का विषय है।

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अंशिका से उस दिन हुई घटना के बारे में पूछा ....

अपने आवास पर मुलाकात के दौरान गृहमंत्री ने अंशिका से उस दिन हुई घटना के बारे में जानकारी ली और अंशिका का जवाब सुनने के बाद उसके साहस की तारीफ़ करते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने अंशिका की पढाई के बारे में पूछा अंशिका के ये बताने पर की वह डॉक्टर बनना चाहती हैं, राजनाथ सिंह ने उसे पढाई में हर संभव मदद करने का वादा किया और इंटर का रिजल्ट निकलने के बाद उसे फिर से मिलने को बुलाया।

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वहां सब पूछते थे की आप के सांसद क्यों नहीं आये ......

अंशिका ने बताया, "जब मुझे दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया तो वहां देश के अलग -अलग राज्यों से और भी बच्चे जो वीरता पुरस्कार के लिए आए थे सबको राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री द्वारा सम्मानित किया गया। साथ ही जिन बच्चो को अवार्ड मिले उनके लोकसभा क्षेत्र के सांसद भी उन बच्चों से मिलने आये, लेकिन हमारे लोकसभा लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह जी नहीं आये, अन्य राज्यों से आये लोगों ने जब पूछा की आप के सांसद क्यों नहीं आये तो मैंने जबाव दिया की वो देश के गृहमंत्री हैं उनके पास ज्यादा जिम्मेदारिया है इसलिए नही आये होंगे।”

अंशिका कहती है कि मेरी ऐसी कोई इच्छा नही है की सांसद जी मुझे कुछ दें लेकिन लखनऊ से होने के नाते ये मेरा हक बनता था की सांसद जी मुझे दिल्ली में उस दौरान मिलते उनके न आने पर मेरे मन में सांसद जी के लिए गुस्सा था, आज उन्होंने बुलाया और मेरा उत्साहवर्धन किया मुझे इस बात की ख़ुशी है और अब मुझे सांसद जी से कोई शिकायत नहीं है।

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इन लोगों ने किया यूपी की बेटी अंशिका को सम्मानित

तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी

तत्कालीन उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी

प्रधान मंत्री, नरेंद्र मोदी

राज्यपाल उत्तर प्रदेश रामनाईक

तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव

जलसेना अध्यक्ष एडमिरल सुनील लाम्बा

वायु सेना अध्यक्ष बी एस धनोवा

थल सेना अध्यक्ष विपिन रावत

लेफ्टिनेंट गवर्नर दिल्ली अनिल बैजल

उपमुख्यमंत्री दिल्ली मनीष सिसौदिया

यूपी पुलिस आज तक नहीं कर पाई घटना का अनावरण

वर्ष 2015 में 14 सितंबर को उत्तर प्रदेश के लखनऊ जनपद के अंतर्गत मड़ियांव थाना क्षेत्र के भरत नगर कालोनी में रहने वाली अंशिका पांडेय 15 वर्ष जो की सेक्टर क्यू अलीगंज के सेन्ट अंथोनी इंटर कालेज में कक्षा 9 की छात्रा थी।

हर दिन की तरह घर से स्कूल के लिए निकली, घर से करीब आधा किमी. की दूरी पर दाल मिल से मोहिबुल्लापुर स्टेशन के तरफ जाने वाली सुनसान गली में चारपहिया वाहन सवार दो व्यक्तियों ने उससे आगे जाने का रास्ता पूछा जैसे ही अंशिका रास्ता बताने के लिए गाड़ी के करीब पहुंची तो, गाड़ी पर सवार युवकों ने अंशिका को गाड़ी में खीचने का प्रयास किया।

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खुद पर खतरा देख नन्ही अंशिका ने अपने दोनों पैर गाड़ी के गेट में फंसा दिए और जोर-जोर से चिल्लाने के साथ ही अपहरण कर्ताओं से भीड़ गयी जब बदमाश अंशिका को गाड़ी में खींच पाने में सफल नहीं हुए तो एक बदमाश ने अंशिका पर सर्जिकल चाकू से कई वार कर दिए, जिसे अंशिका ने अपने हाथों पर रोकने प्रयास तो किया पर अंशिका के दोनों हाथों पर चाकू के वार से गहरे जख्म हो गए खुद को कामयाब न होता देख बदमाशो ने अंशिका की आंखों में कोई लिक्विड डालने का प्रयास किया, तो उनके इरादे भाप अंशिका ने आंखे बंद कर ली, और जोर-जोर से चिल्लाने लगीं कामयाबी न मिलते और मौके पर पहुची अंशिका की सहेली गरिमा मिश्रा के शोर मचाने पर बदमाश मौके से भाग निकले थे, इस घटना की जांच के आदेश लखनऊ के तत्कालीन एसएसपी राजेश पाण्डेय ने क्राइम ब्रांच को सौपा था पर आज तक इस घटना का खुलासा नहीं हो सका ।

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