अलर्ट: चीन में रुका ब्रह्मपुत्र का पानी, असम और अरुणाचल कभी भी आ सकती है भयंकर बाढ़
चीन में भूस्खलन की वजह से भारत के सीमावर्ती राज्यों अरुणाचल प्रदेश और असम में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। भूस्खलनसे ब्रह्मपुत्र नदी का प्रवाह प्रभावित हुआ है। अरुणाचल प्रदेश से कांग्रेस के सांसद निनोंग एरिंग ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और जल संसाधन मंत्री अर्जुन मेघवाल से मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। एहतियातन अरुणाचल प्रदेश में ब्रह्मपुत्र नदी से लगे जिलों में बाढ़ की आशंका को देखते हुए हाई अलर्ट जारी किया गया है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने असम के सीएम सर्बानंद सोनवाल से बात कर उन्हें सभी संभावित उपाय करने को कहा है। विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि सरकार ताजा जानकारी के लिए चीनी पक्ष के साथ नियमित रूप से संपर्क में है।
Wrote to @SushmaSwaraj Ji and @arjunrammeghwal Ji on the issue of blockade by Yarlung zangbo which is leading towards drying up of rivers in Arunachal. Attached are pics of letter and drying rivers along Tuting and Pasighat area.
— Ninong Ering (@ninong_erring) October 18, 2018
Hope @PMOIndia takes required action immediately. pic.twitter.com/44guZAqe9S
दरअसल, चीन के तिब्बत क्षेत्र में हुए भूस्खलन के बाद वहां यारलुंग सांग्पो नदी का बहाव रुक गया था। बहाव रुकने से नदी एक झील की तरह बन गई है जिसमें लगातार जलस्तर बढ़ रहा है। यह नदी जब भारत के अरुणाचल में आती है तो सियांग कहलाती है, जबकि असम में इसे ब्रह्मपुत्र कहते हैं। चीन जैसे ही भूस्खलन का मलबा हटाएगा रुका हुआ पानी तेजी से अरुणाचल प्रदेश पहुंचेगा और बाढ़ जैसे हालात बन जाएंगे।
फिलहाल, अरुणाचल में बाढ़ की आशंका के मद्देनजर जिला प्रशासन, डिस्ट्रिक्ट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (डीडीएमए) और सभी दूसरे संबंधित विभागों को अलर्ट पर रखा गया है।
गौरतलब है कि जून 2000 में कुछ ऐसा ही हुआ था जब ब्रह्मपुत्र नदी में चीन की तरफ से अचानक पानी छोड़ने की वजह से अरुणाचल प्रदेश में काफी नुकसान हुआ था।