आधार को बदनाम करने की योजनाबद्ध मुहिम : नीलेकणि   

Update: 2018-01-11 16:28 GMT
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के पूर्व अध्यक्ष नन्दन नीलेकणि 

बेंगलुर (भाषा)। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के पूर्व अध्यक्ष नन्दन नीलेकणि का कहना है कि आधार को बदनाम करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से अभियान चलाया जा रहा है।

आधार डेटा लीक संबंधी एक रिपोर्ट प्रकाशित करने के बाद ट्रिब्यून अखबार के खिलाफ प्राथमिकी को लेकर किए सवाल पर उन्होंने यह बात कही।

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इन्फोसिस साइंस फाउंडेशन पुरस्कार से इतर नीलेकणि ने ईटी नाउ से कहा, आधार को बदनाम करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से एक अभियान चलाया जा रहा है, और यह सौ फीसदी सच है। एक अरब से ज्यादा आधार कार्ड से जुड़ी सूचना लीक होने के संबंध में खबर लिखने वाली पत्रकार के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने सोमवार को प्राथमिकी दर्ज की। इस संबंध में यूआईडीएआई अधिकारी ने शिकायत दर्ज करवाई है।

अधिकारी ने पुलिस को बताया कि खुद को खरीदार बताने वाली पत्रकार ने गुमनाम विक्रेता से व्हाटसऐप पर कोई सेवा खरीदी जिसके तहत उसे आधार संख्या तक बिना किसी प्रतिबंध के पहुंच मिल गयी।

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नीलेकणि ने कहा कि राई का पहाड़ बनाया जा रहा है क्योंकि आधार बहु-स्तरीय सुरक्षा के साथ निर्मित किया गया है और उस तक पहुंच इतनी आसान नहीं है।

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ट्रिब्यून के खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि आधार पर नकारात्मक विचारों के नकारात्मक परिणाम ही होंगे, लोगों के लिए बेहतर होगा कि इसे लेकर रचनात्मक विचार रखें।

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यूआईडीएआई के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, अगर आप सिर्फ नकारात्मक विचार रखते हैं और रचनात्मक विचार नहीं, तो उसके अन्य परिणाम (नकारात्मक) ही होंगे। मुझे लगता है कि सब को यह मान लेना चाहिए कि आधार यहां बना रहेगा। उन्होंने कहा कि आधार यहां बना रहेगा है क्योंकि कम से कम 119 करोड़ लोगों में से 55 करोड़ लोगों ने अपने बैंक खातों से आधार जोड़ लिए हैं और प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के तहत 95,000 करोड़ रुपए सीधे उनके खातों में डाले गए हैं।

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नीलेकणि ने कहा कि उन्हें उच्चतम न्यायालय पर पूरा विश्वास था कि वह गोपनीयता के मौलिक अधिकार के तहत आधार का समर्थन करेगा क्योंकि वह कानून के तहत तर्कसंगत तरीके से बनाया गया है। सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने आधार के तहत प्राप्त सूचना का सुरक्षित रखने के लिए उन्हें दो स्तरीय सुरक्षा प्रणाली अपनाने का समर्थन किया।

पीसीआई ने आधार पर खबर पर प्राथमिकी को लेकर यूआईडीएआई से रिपोर्ट मांगी

भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) ने आज आधार कार्ड डेटा की कथित चोरी पर एक अखबार की खबर के संबंध में प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) से रिपोर्ट मांगी।

यूआईडीएआई द्वारा आधार डेटा की चोरी पर खबर को लेकर दर्ज कराई गई प्राथमिकी में द ट्रिब्यून की संवाददाता और उनके सूत्रों को नामजद किया गया है।

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पीसीआई ने एक विज्ञप्ति में कहा, पीसीआई प्रमुख चंद्रमौली कुमार प्रसाद के निर्देश के तहत इस मुद्दे पर स्वत: संज्ञान लेते हुए, यूआईडीएआई, नई दिल्ली को नोटिस जारी करके इस मामले के तथ्यों पर विस्तृत रिपोर्ट के साथ जवाब देने को कहा गया है। इसमें कहा गया कि प्रसाद ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने की रिपोर्ट पर चिंता जताई।

इससे पहले, दिल्ली पुलिस ने दस लाख से अधिक आधार कार्ड का डेटा चोरी होने की द ट्रिब्यून की खबर को लेकर यूआईडीएआई के अधिकारी की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की थी।

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