दैनिक भास्कर समूह के चेयरमैन रमेशचंद्र अग्रवाल का निधन 

Update: 2017-04-12 17:55 GMT
दैनिक भास्कर समाचार पत्र समूह के चेयरमैन रमेशचंद्र अग्रवाल।

भोपाल (भाषा)। दैनिक भास्कर समाचार पत्र समूह के चेयरमैन रमेशचंद्र अग्रवाल (73 वर्ष) का आज सुबह अहमदाबाद में निधन हो गया।

इस समाचार पत्र की वेबसाइट ‘दैनिक भास्कर डाट काम' में कहा गया है, ‘‘रमेशजी आज सुबह 09.20 बजे की फ्लाइट से दिल्ली से रवाना हुए और 11 बजे अहमदाबाद पहुंचे। एयरपोर्ट पर उन्हें दिल का दौरा पड़ा। उन्हें अपोलो अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन चिकित्सकों की कोशिशों के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका।''

इसमें कहा गया है, ‘‘रमेशजी के निधन की सूचना मिलने पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने भी अहमदाबाद में उनकी पार्थिव देह के दर्शन किए और श्रद्घांजलि अर्पित की।'' दैनिक भास्कर समाचार पत्र के सूत्रों ने यहां बताया कि उनके तीन बेटे एवं एक बेटी है। सूत्रों ने बताया कि उनके पार्थिव शरीर को अहमदाबाद से भोपाल लाया जा रहा है और कल यहां अंतिम संस्कार किया जाएगा।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शोक जताते हुए कहा, ‘‘अग्रवाल जी के असामयिक निधन का समाचार अत्यंत दुखदायी है. वे संवेदनशीलता एवं त्वरित निर्णय के लिए याद किए जाएंगे।''

उनके निधन से मध्यप्रदेश ने वास्तव में अपना एक अनमोल रत्न खो दिया है।’’ उन्होंने कहा कि ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और परिजनों को यह दु:ख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं।
शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश

कांग्रेस महासचिव एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी रमेशचंद्र अग्रवाल के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है। सिंह ने उन्हें मीडिया जगत का पुरोधा तथा एक संवेदनशील समाजसेवी बताते हुए उनके निधन को एक अपूरणीय क्षति बताया है।

उन्होंने कहा, ‘‘वह मेरे अभिन्न मित्र थे तथा उनके निधन से मीडिया जगत में जो रिक्तता पैदा हुई है उसे भरना कठिन होगा।'' सिंह ने दिवंगत आत्मा की शांति तथा शोकसंतप्त परिजनों को इस दु:ख को सहने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

भास्कर की वेबसाइट के अनुसार 30 नवंबर 1944 को उत्तरप्रदेश के झांसी में जन्मे अग्रवाल 1956 में अपने पिता सेठ द्वारकाप्रसाद अग्रवाल के साथ भोपाल आ गए। उन्होंने 1958 में मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से दैनिक भास्कर की नींव रखी। 1983 में इंदौर संस्करण की शुरुआत की। 1996 में भास्कर पहली बार मध्यप्रदेश से बाहर निकला और राजस्थान में भी अपना समाचार पत्र प्रकाशित किया।

इसमें कहा गया है कि रमेशजी के विजन और स्पष्ट लक्ष्य का ही नतीजा है कि आज भास्कर 14 राज्यों में 62 संस्करण के साथ न सिर्फ देश का नंबर-वन अखबार है, बल्कि सर्कुलेशन के मामले में दुनिया का चौथा सबसे बड़ा अखबार बन गया है।

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वेबसाइट के अनुसार रमेशजी के ही नेतृत्व में समूह ने हिंदी अखबार दैनिक भास्कर, गुजराती अखबार दिव्य भास्कर, अंग्रेजी अखबार डीएनए, मराठी समाचार पत्र दिव्य मराठी, रेडियो चैनल माय एफएम और डीबी डिजिटल को मीडिया जगत में सबसे अग्रणी बनाया।

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