चेन्नई (आईएएनएस)। तमिल संगठनों के विरोध के बाद मशहूर अभिनेता रजनीकांत (66 वर्ष) अब श्रीलंका की यात्रा नहीं करेंगे। रजनीकांत को अगले महीने श्रीलंका में एक आवासीय परियोजना के उद्घाटन के लिए जाना था।। उन्होंने मछुआरों के मुद्दों पर चर्चा के लिए श्रीलंका से राष्ट्रपति से मुलाकात का वक्त भी मांगा था।
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लिंका प्रोडक्शंस द्वारा आयोजित किए जा रहे इस दौरे में रजनीकांत वहां एक सभा को संबोधित करनेवाले थे, साथ ही उनकी पौधरोपण की भी योजना थी। वह राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना के साथ मछुआरों के मुद्दों की चर्चा करने को बहुत उत्सुक हैं।
रजनीकांत के दौरे का विरोध करनेवाली पार्टियों में विधुथलाई चिरुथाइगल कटची (वीसीके) और तमिझागा वाजवूरीमारी कटची (टीवीके) शामिल है। इन दलों ने रजनीकांत से दौरा रद्द करने का आग्रह किया था और चेताया था कि अगर वह 9 अप्रैल को अपने प्रस्तावित दौरे पर जाते हैं तो तमिल समुदाय का समर्थन खो देंगे।
शनिवार को जारी एक बयान में अभिनेता रजनीकांत ने कहा कि उन्होंने आमंत्रण इसलिए स्वीकार किया था कि वह उन इलाकों को देख सकें, जहां तमिल रहते हैं और जहां उन्होंने अपने लिए अलग राष्ट्र की मांग को लेकर जान दी है।
मैं श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपला सिरीसेना से मिलकर तमिलनाडु के मछुआरों पर हमले पर चर्चा कर उसका समाधान निकालना चाहता था।रजनीकांत अभिनेता
इस सप्ताह की शुरुआत में लिंका प्रोडक्शन में घोषणा की थी कि 'एंथिरन' के अभिनेता श्रीलंका के जाफना में 9 अप्रैल को गनानम फाउंडेशन द्वारा बनाए गए 150 घरों की चाभियां तमिलों को भेंट करेंगे।
वीसीके प्रमुख टी. तिरुमावालावन ने कहा कि रजनीकांत के दौरे से समूची दुनिया को यह संदेश जाएगा कि श्रीलंका में अब सबकुछ सामान्य हो गया है। तिरुमावालावन के बयान के जबाव में रजनीकांत ने कहा, "मैं कोई नेता नहीं हूं, बल्कि एक कलाकार मात्र हूं।"
वहीं, कैरियर के मोर्चे पर रजनीकांत फिलहाल तमिल साइंस फिक्शन एक्शन फिल्म '2.0' की शूटिंग में व्यस्त हैं, जो उनकी 2010 में आई ब्लॉकबस्टर फिल्म 'एंथिरन' का सीक्वल है।