कोलकाता (भाषा)। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) का बंद आह्वान आज 26वें दिन में प्रवेश कर गया है। इससे दार्जिलिंग चाय उद्योग को 250 करोड़ का नुकसान हो सकता है। दार्जिलिंग टी एसोसिएशन (डीटीए) के चेयरमैन विनोद मोहन ने पीटीआई-भाषा को बताया कि दूसरी तुड़ाई से मिलने वाली चाय एक प्रीमियम चाय है, जिसका ज्यादातर निर्यात कर दिया जाता है। जब से बंद का आह्वान किया गया है इस चाय का उत्पादन नहीं हुआ है। इससे संभावित 250 करोड़ का नुकसान होगा।
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उन्होंने कहा कि दूसरी तुड़ाई का समय एक हफ्ते और रहेगा। इस किस्म की अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुत मांग है और विदेशी खरीदार पहाड़ों में बंद की स्थिति से परेशान है। मोहन ने कहा कि हमें डर है कि इस वजह से विदेशी खरीदारों का रुख कहीं अन्य देशों की तरफ न हो जाये। यही स्थिति जारी रहती है तो लोगों की रुचि दार्जिलिंग की दूसरी तुड़ाई किस्म से हट भी सकती है। मोहन ने कल दार्जिलिंग में होने वाली सर्वदलीय बैठक में समाधान निकलने की उम्मीद जतायी।
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