महाराष्ट्र: दूध की कीमत बढ़ाने के लिए किसानों का आंदोलन, ये हैं मांगें

Update: 2020-07-21 09:07 GMT

दूध खरीद मूल्य बढ़ाने सहित कई मांगों को लेकर कई जिलों में किसान आंदोलन कर रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पुणे-बंगलूरू रोड पर टैंकरों को रोककर सड़क पर दूध बहा दिया।

किसान संगठन 'स्वाभिमान शेतकारी संगठन' किसानों के दूध की खरीद की कीमतों में पांच रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी और इसका लाभ सीधे दूध उत्पादकों के खातों में डाले जाने की मांग कर रहा है।

संगठन के संस्थापक राजू शेट्टी फोन पर बताते हैं, "अभी अपनी मांग को लेकर कोल्हापुर में प्रदर्शन कर रहे हैं, हमारी सरकार से चार मांगें हैं। पहली मांग केंद्र सरकार से है कि जो अभी देश में 10,000 टन मिल्क पाउडर आयात कर रही है, उसे कैंसिल करे, दूसरी मांग है कि दूध पाउडर का बंपर स्टॉक करके प्रति किलोग्राम 20 रुपए सब्सिडी दी जाए और हमारी तीसरी मांग है ये रबड़ी आम्रखंड, श्रीखंड और घी जैसे मिल्क प्रोडक्ट हैं, इसके ऊपर सरकार ने 12 प्रतिशत जीएसटी लगा दी है, जब एग्रीकल्चर प्रोडक्ट पर जीएसटी है ही नहीं तो ये भी एग्रीकल्चर प्रोडक्ट है, इससे जीएसटी हटाई जाए। "

वो आगे कहते हैं, "तीन मांगें हमारी केंद्र सरकार से है, चौथी मांग हमारी महाराष्ट्र सरकार से है, कि तुरंत किसानों को राहत दिलाने के लिए पांच रुपए प्रति लीटर सीधे किसानों के बैंक एकाउंट में सब्सिडी दी जाए, यही हमारी चार मांगे हैं।

अलग-अगल जगह पर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं, कहीं पर दूध से मंदिरों में अभिषेक किया जा रहा है तो कहीं पर दूध लोगों में बांटा जा रहा है। कई जगह पर दूध सड़कों पर बहा दिया गया। राजू शेट्टी के सोमवार को ही बता दिया था कि मंगलवार के दिन पूरे महाराष्ट्र के दूध उत्पादक किसान अपनी गाय-भैंस का दूध, कलेक्शन सेंटर पर नहीं पहुंचाएंगे। राज्य में प्रतिदिन गाय का 1 करोड़ 19 लाख लीटर दूध और भैंस का 11 लाख लीटर दूध एकत्रित किया जाता है।

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